लखनऊ

PM Kisan Samman Nidhi: अब सिर्फ इन्हें मिलेगी किसान सम्मान निधि, योगी सरकार ने जारी किया नया आदेश

PM Kisan Samman Nidhi: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के आदेश पर कृषि विभाग ने बड़ा कदम उठाया है। इसके तहत दिसंबर में जारी होने वाली किसान सम्मान निधि सिर्फ उन्हें मिलेगी। जिनकी फार्मर रजिस्ट्री तैयार हो जाएगी।

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Jun 20, 2024
यूपी में अब सिर्फ इन्हें मिलेगी किसान सम्मान निधि, योगी सरकार ने जारी किया नया आदेश

PM Kisan Samman Nidhi: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ वास्तविक किसानों तक पहुंचाने और व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से अब फार्मर रजिस्ट्री की तरफ कृषि विभाग ने कदम बढ़ाए हैं। इसके तहत दिसंबर में मिलने वाली किसान सम्मान निधि की किस्त सिर्फ उन्हीं कृषकों को मिलेगी। जिनकी फार्मर रजिस्ट्री तैयार होगी। अपर कृषि निदेशक वीके सिसोदिया ने बताया कि किसानों की फार्मर रजिस्ट्री तैयार होने के बाद उन्हें सिर्फ पीएम किसान ही नहीं केसीसी, फसल बीमा, एमएसपी, कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड जैसी योजनाओं के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। किसानों का डिजिटल डेटा तैयार होने के बाद सरकारी योजनाओं का लाभ उन तक स्वतः पहुंचने लगेगा।

दो करोड़ नौ लाख किसानों को मिली सम्मान निधि की 17वीं किस्त

सिसोदिया ने बताया कि फार्मर रजिस्ट्री में किसानों के बैंक खाते की आधार सीडिंग के साथ ही उनकी जमीन का ब्योरा भी सहेजा जाएगा और इस डिजिटल डेटा को समय-समय पर अपडेट किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बीते मंगलवार को पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 4376.67 करोड़ रुपये उत्तर प्रदेश के 2.09 करोड़ किसानों के खाते में भेजे गए हैं।

17वीं किस्त सिर्फ उन्हीं किसानों के खाते में भेजी गई है। जिन्होंने ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी की है। इससे पहले 28 फरवरी को जारी की गई 16वीं किस्त के रूप में प्रदेश के दो करोड़ से अधिक किसानों के खाते में यह राशि भेजी गई थी। जबकि 15वीं किस्त का लाभ 1.76 करोड़ किसानों को ही मिला था।

फार्मर रजिस्ट्री के लिए एक जुलाई से शुरू होगा अभियान

एग्रीस्टैक (डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर फार एग्रीकल्चर) योजना किसानों के तहत किसानों की फार्मर रजिस्ट्री तैयार करने की प्रक्रिया एक जुलाई से शुरू होगी। यह अभियान दो चरणों में चलेगा। पहले चरण में एक जुलाई से 31 जुलाई तक स्थानीय कार्मिकों के माध्यम से सघन अभियान चलाया जाएगा। वहीं, एक अगस्त से इसे लिए खुला छोड़ दिया जाएगा। किसान खुद मोबाइल एप के माध्यम से या जन सुविधा केंद्रों में जाकर फार्मर रजिस्ट्री तैयार कर सकेंगे।

फार्मर रजिस्ट्री में किसान व उसके पिता का नाम, उसके स्वामित्व वाले सभी गाटा संख्या, सह खातेदार होने की स्थिति में गाटे में किसान का अंश, मोबाइल नंबर, आधार संख्या व ई-केवाइसी का विवरण दर्ज किया जाएगा। बता दें कि फर्रुखाबाद में पायलट प्रोजेक्ट के तहत 1,85,634 किसानों की फार्मर रजिस्ट्री तैयार की गई थी। अब इसे पूरे प्रदेश में लागू करने का निर्णय लिया गया है।

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