30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Severe Cold Grips UP: घने कोहरे और गिरते तापमान से जनजीवन बेहाल, बाराबंकी सबसे ठंडा जिला, सर्दी ने बढ़ाई मुश्किलें

Severe Cold 75 districts: उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे ने जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। बाराबंकी सबसे ठंडा जिला रहा, जबकि कानपुर में विजिबिलिटी शून्य दर्ज की गई। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में दिन के तापमान में भी 4 से 5 डिग्री तक गिरावट आ सकती है।

3 min read
Google source verification

लखनऊ

image

Ritesh Singh

Dec 30, 2025

यूपी में लगातार ठंड का सितम जारी (फोटो सोर्स : Patrika)

यूपी में लगातार ठंड का सितम जारी (फोटो सोर्स : Patrika)

Severe Cold Grips Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश में लगातार ठंड का प्रकोप जारी है। कड़ाके की सर्दी और घने कोहरे ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। प्रदेश के कई जिलों में तापमान सामान्य से काफी नीचे चला गया है, जबकि दृश्यता (विजिबिलिटी) बेहद कम दर्ज की जा रही है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने की चेतावनी दी है, जिससे लोगों की परेशानी और बढ़ सकती है।

बाराबंकी सबसे ठंडा जिला

मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश में बाराबंकी सबसे ठंडा जिला रहा, जहां न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ठंडी हवाओं और कोहरे के चलते यहां जनजीवन पूरी तरह प्रभावित रहा। सुबह के समय सड़कें सूनी नजर आईं और लोग घरों में दुबके रहे।

कानपुर में विजिबिलिटी शून्य

प्रदेश के औद्योगिक शहर कानपुर में हालात सबसे ज्यादा खराब रहे। यहां विजिबिलिटी शून्य दर्ज की गई, जिससे सड़क और रेल यातायात पर गहरा असर पड़ा। सुबह के समय वाहन चालकों को हेडलाइट जलाकर बेहद धीमी गति से वाहन चलाने पड़े। कई इलाकों में दुर्घटनाओं की आशंका को देखते हुए पुलिस को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी पड़ी।

कई जिलों में 100 मीटर से कम रही दृश्यता

यूपी के कई जिलों में घना कोहरा छाया रहा। मौसम विभाग के अनुसार अनेक जिलों में विजिबिलिटी 100 मीटर से भी कम रिकॉर्ड की गई। इससे हाइवे और संपर्क मार्गों पर यातायात बाधित रहा।

आगरा में सिर्फ 30 मीटर रही विजिबिलिटी

ताज नगरी आगरा में हालात और भी चिंताजनक रहे। यहां सुबह के समय विजिबिलिटी मात्र 30 मीटर दर्ज की गई। घने कोहरे के कारण यमुना एक्सप्रेसवे पर वाहनों की रफ्तार थम सी गई और कई फ्लाइट्स पर भी असर पड़ा।

अलीगढ़ और मेरठ में 40 मीटर दृश्यता

अलीगढ़ और मेरठ में भी कोहरे ने लोगों को परेशान किया। दोनों जिलों में विजिबिलिटी 40 मीटर तक सिमट गई। स्कूल जाने वाले बच्चों, दफ्तर जाने वाले कर्मचारियों और किसानों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

हरदोई, फतेहपुर और बिजनौर में भी हालात खराब

हरदोई में विजिबिलिटी 60 मीटर, फतेहपुर में 70 मीटर, जबकि बिजनौर और नजीबाबाद में 80 मीटर दर्ज की गई। इन इलाकों में सुबह के समय वाहन चालकों को खास सतर्कता बरतनी पड़ी।

न्यूनतम तापमान ने बढ़ाई ठिठुरन

मेरठ, बुलंदशहर और हरदोई में न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ठंडी हवाओं के चलते वास्तविक ठंड का अहसास इससे भी ज्यादा रहा। लोग अलाव और हीटर का सहारा लेते नजर आए।

दिन के तापमान में भी गिरावट की चेतावनी

मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में दिन के तापमान में भी 4 से 5 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की जा सकती है। इसका मतलब है कि सिर्फ रात ही नहीं, दिन में भी ठंड का असर बना रहेगा।

यूपी के लोगों को और सताएगी सर्दी

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ और उत्तर दिशा से चल रही ठंडी हवाओं के कारण ठंड का यह दौर अभी जारी रहेगा। फिलहाल किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है, जिससे साफ है कि यूपी के लोगों को आने वाले दिनों में भी सर्दी से राहत नहीं मिलने वाली। भीषण ठंड और कोहरे के कारण सबसे ज्यादा असर दिहाड़ी मजदूरों, बुजुर्गों और बच्चों पर पड़ा है। अस्पतालों में सर्दी, खांसी और सांस संबंधी बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। कई जिलों में प्रशासन ने अलाव जलवाने और रैन बसेरों की व्यवस्था बढ़ा दी है।

प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

ठंड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड पर रखा गया है। लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचने और गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करने की सलाह दी जा रही है। मौसम विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि घने कोहरे के दौरान वाहन चलाते समय विशेष सावधानी बरतें, हेडलाइट और फॉग लाइट का प्रयोग करें तथा बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ध्यान रखें।

अभी जारी रहेगा सर्दी का दौर

कुल मिलाकर उत्तर प्रदेश में ठंड और कोहरे का यह दौर फिलहाल थमने वाला नहीं है। गिरते तापमान और घटती विजिबिलिटी ने लोगों की दिनचर्या को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। आने वाले दिनों में मौसम और सख्त रूप दिखा सकता है, ऐसे में सतर्कता ही बचाव का सबसे बड़ा उपाय है।