Political Stir: सीएम की राज्यपाल से भेंट के बाद राज्य में कैबिनेट विस्तार और बदलाव की संभावनाएं तेज हो गईं हैं। इसके साथ ही मंत्री पद के प्रबल दावेदारों की धड़कनें भी तेज हो गई हैं। साथ ही कुछ नेताओं को कद छोटा होने का भय भी सताने लगा है।
Political Stir : कैबिनेट विस्तार और फेरबदल की संभावनाओं के बीच उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी की राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) से मुलाकात के बाद राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है। बता दें कि उत्तराखंड में पहले से ही मंत्रिमंडल में चार पद खाली चल रहे हैं। विधानसभा सत्र के दौरान पर्वतीय समाज के लोगों के लिए असंसदीय टिप्पणी करने के बाद विवादों में घिरे मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे से सियासी पारा गरमाया हुआ है। अब कैबिनेट में पांच पद खाली हो गए हैं। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का इस्तीफा स्वीकार होने के बाद से विस्तार की अटकलें तेज हो गई थी। इसी बीच सोमवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी राज्यपाल से मुलाकात करने राजभवन पहुंच गए थे। बताया जा रहा है कि उनके बीच काफी देर तक बातचीत हुई। सरकारी सूत्र इसे शिष्टाचार भेंट कह रहे हैं, लेकिन सियासी गलियारों में इसी कैबिनेट विस्तार से देखा जा रहा है। संभावना जताई जा रही है कि 23 मार्च तक उत्तराखंड में कैबिनेट विस्तार हो सकता है।
उत्तराखंड में कैबिनेट विस्तार की चर्चाओं के बीच मंत्री पद के संभावित दावेदारों के नाम भी सामने आने लगे हैं। चर्चा है कि हरिद्वार से विधायक मदन कौशिक, आदेश चौहान और प्रदीप बत्रा में से किसी एक को मंत्री बनाया जा सकता है। वहीं नैनीताल से विधायक बंशीधर भगत और राम सिंह कैड़ा के नाम की चर्चाएं हैं। देहरादून से विनोद चमोली, मुन्ना सिंह चौहान और सहदेव पुंडीर, टिहरी के देवप्रयाग से विनोद कंडारी और पिथौरागढ़ से विशन सिंह चुफाल भी मंत्री पद के प्रबल दावेदारों में गिने जा रहे हैं।