Lucknow Ramadan Mubarak: रमजान के पवित्र महीने में ईद की तैयारियां जोरों पर हैं। सर्राफा बाजार में चांदी के फ्रेम और 24 कैरेट पॉलिश आइटम्स की मांग बढ़ गई है। ऑल इंडिया ज्वेलर एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन उत्तर प्रदेश के संयोजक विनोद माहेश्वरी के अनुसार, इन विशेष गिफ्ट आइटम्स से त्योहार की रौनक और बढ़ जाती है।
Happy Ramzan: रमजान का पवित्र महीना मुस्लिम समुदाय के लिए आध्यात्मिकता और आत्मनिरीक्षण का समय होता है। इस दौरान उपवास, प्रार्थना और परोपकार के कार्यों के साथ-साथ, ईद के त्योहार के लिए विशेष तैयारियां भी की जाती हैं। उपहार देने की परंपरा में चांदी के फ्रेम और 24 कैरेट पॉलिश आइटम्स विशेष महत्व रखते हैं, जो त्योहार की रौनक को और बढ़ाते हैं।
ऑल इंडिया ज्वेलर एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन उत्तर प्रदेश के संयोजक और सर्राफा एसोसिएशन के महामंत्री, विनोद माहेश्वरी ने बताया कि रमजान और आगामी ईद के मद्देनजर सर्राफा बाजारों में विशेष तैयारियां की जा रही हैं। चांदी के फ्रेम और 24 कैरेट पॉलिश आइटम्स की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है। दुकानदार नए और आकर्षक डिज़ाइनों के साथ इन उत्पादों को पेश कर रहे हैं, ताकि ग्राहकों की आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके।
चांदी को पवित्र धातु माना जाता है, जो शुद्धता और पवित्रता का प्रतीक है। रमजान के दौरान, चांदी के फ्रेम एक विशेष उपहार के रूप में प्रस्तुत किए जाते हैं, जो आध्यात्मिक माहौल को और भी गहरा बनाते हैं। इन फ्रेम्स में इस्लामी कला, कुरान की आयतें या धार्मिक चित्र शामिल होते हैं, जो घर के वातावरण को पवित्र और शांतिपूर्ण बनाते हैं।
रमजान के दौरान, बाजारों में चांदी के फ्रेम और 24 कैरेट पॉलिश आइटम्स की उपलब्धता बढ़ जाती है। इनकी कीमतें डिज़ाइन, वजन और कारीगरी के आधार पर भिन्न होती हैं। उदाहरण के लिए, एक साधारण चांदी का फ्रेम ₹2,000 से शुरू होकर जटिल डिज़ाइनों के लिए ₹10,000 या उससे अधिक तक हो सकता है। 24 कैरेट पॉलिश आइटम्स की कीमतें भी उनकी शुद्धता और वजन के अनुसार निर्धारित होती हैं।
यह भी पढ़ें: होली-रमजान में आलू के दाम उछले, ₹25/kg पहुंचे भाव
रमजान और ईद के अवसर पर चांदी के फ्रेम और 24 कैरेट पॉलिश आइटम्स उपहार देने की परंपरा न केवल पवित्रता और शुद्धता का प्रतीक है, बल्कि यह त्योहार की खुशी और उत्साह को भी बढ़ाती है। सर्राफा बाजारों में इन उत्पादों की बढ़ती मांग इस बात का प्रमाण है कि लोग अपनी परंपराओं और सांस्कृतिक मूल्यों को महत्व देते हैं।