लखनऊ

Cold Wave: यूपी में कड़ाके की ठंड का कहर, लखनऊ में 8 डिग्री, कोहरे से थमी रफ्तार

Cold Wave Lucknow: उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। लखनऊ और गाजियाबाद में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि कानपुर प्रदेश का तीसरा सबसे ठंडा जिला बन गया। घने कोहरे से दृश्यता शून्य होने पर सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए।

3 min read
Dec 26, 2025
लखनऊ-गाजियाबाद में पारा 8 डिग्री, कोहरे से थमी रफ्तार (फोटो सोर्स : Ritesh Singh )

Cold Wave UP: उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड ने एक बार फिर अपना प्रचंड रूप दिखाना शुरू कर दिया है। पहाड़ों से आ रही सर्द हवाओं और घने कोहरे के चलते प्रदेश के अधिकांश जिलों में तापमान तेजी से गिरा है। राजधानी लखनऊ और एनसीआर से सटे गाजियाबाद में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि कानपुर प्रदेश का तीसरा सबसे ठंडा जिला बनकर उभरा है। शून्य विजिबिलिटी के हालात में सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ।

ये भी पढ़ें

Weather Alert: घने कोहरे से यूपी बेहाल, 50 से अधिक जिलों में अलर्ट, लखनऊ-प्रयागराज में विजिबिलिटी शून्य

कोहरे और सर्द हवाओं ने बढ़ाई ठिठुरन

पिछले कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। देर रात से लेकर सुबह तक घना कोहरा छाया रहने के कारण ठंड का असर और भी ज्यादा महसूस किया जा रहा है। सर्द हवाओं ने लोगों को घरों में कैद होने पर मजबूर कर दिया है। सुबह-सवेरे निकलने वाले लोग अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा लेते दिखाई दे रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, उत्तर भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी का असर मैदानी क्षेत्रों में साफ नजर आ रहा है। इसी वजह से रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है।

लखनऊ में ठंड का असर

राजधानी लखनऊ में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस तक गिरने से ठंड ने लोगों की दिनचर्या को प्रभावित कर दिया है। सुबह के समय पार्कों और सड़कों पर आमतौर पर नजर आने वाली चहल-पहल काफी कम हो गई है। स्कूल जाने वाले बच्चों और दफ्तर जाने वाले कर्मचारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। चौराहों और प्रमुख स्थानों पर नगर निगम की ओर से अलाव जलाए गए, लेकिन ठंड के आगे ये भी नाकाफी साबित हो रहे हैं। लोग गर्म कपड़ों, टोपी और मफलर में पूरी तरह लिपटे नजर आए।

गाजियाबाद में भी कंपकंपी

एनसीआर से सटे गाजियाबाद में भी मौसम ने करवट ले ली है। यहां भी न्यूनतम तापमान 8 डिग्री दर्ज किया गया। सुबह के समय घने कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम रही। सड़कों पर वाहन धीमी गति से चलते दिखे, जिससे यातायात प्रभावित हुआ। दफ्तर जाने वाले लोगों को समय से पहले घर से निकलना पड़ा। कई जगहों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति भी बनी रही। ठंड के चलते बुजुर्गों और बच्चों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।

कानपुर बना यूपी का तीसरा सबसे ठंडा जिला

औद्योगिक नगरी कानपुर में इस बार ठंड ने नए रिकॉर्ड बनाए हैं। न्यूनतम तापमान में आई गिरावट के चलते कानपुर प्रदेश का तीसरा सबसे ठंडा जिला बन गया है। यहां ठंडी हवाओं और कोहरे का असर सबसे ज्यादा देखा जा रहा है। सुबह के समय सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहता है। लोग अनावश्यक रूप से घर से बाहर निकलने से बच रहे हैं। रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर भी यात्री ठंड से बचाव के इंतजाम करते नजर आए।

शून्य विजिबिलिटी से थमी रफ्तार

प्रदेश के कई हिस्सों में घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी लगभग शून्य हो गई है। हाईवे और एक्सप्रेसवे पर वाहन रेंगते हुए चल रहे हैं। कहीं-कहीं तो ड्राइवरों को हेडलाइट और फॉग लाइट के सहारे आगे बढ़ना पड़ रहा है। कोहरे के कारण सड़क हादसों का खतरा भी बढ़ गया है। पुलिस और प्रशासन की ओर से लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचने और वाहन चलाते समय विशेष सतर्कता बरतने की अपील की जा रही है।

रेल और हवाई सेवाओं पर असर

घने कोहरे का असर रेल और हवाई सेवाओं पर भी देखने को मिल रहा है। कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से देरी से चल रही हैं। यात्रियों को रेलवे स्टेशनों पर ठंड में घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। वहीं कुछ स्थानों पर कोहरे के चलते उड़ानों के संचालन में भी देरी हुई है। यात्रियों को एयरपोर्ट पर अतिरिक्त समय बिताना पड़ा।

गरीब और बेघर सबसे ज्यादा प्रभावित

कड़ाके की ठंड का सबसे ज्यादा असर गरीब, मजदूर और बेघर लोगों पर पड़ रहा है। फुटपाथों पर रहने वाले लोग अलाव के सहारे रात गुजारने को मजबूर हैं। सामाजिक संगठनों और प्रशासन की ओर से कंबल वितरण और रैन बसेरों की व्यवस्था की जा रही है। हालांकि, बढ़ती ठंड के मद्देनजर इन व्यवस्थाओं को और मजबूत करने की जरूरत महसूस की जा रही है।

स्वास्थ्य पर पड़ रहा असर

डॉक्टरों का कहना है कि इस मौसम में सर्दी, खांसी, बुखार और सांस से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। खासकर बुजुर्गों, बच्चों और पहले से बीमार लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने गर्म कपड़े पहनने, गर्म पेय पदार्थ लेने और सुबह-शाम की ठंडी हवाओं से बचने की सलाह दी है।

आने वाले दिनों में और बढ़ सकती है ठंड

मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में ठंड का प्रकोप और बढ़ सकता है। न्यूनतम तापमान में और गिरावट की संभावना जताई जा रही है। कोहरे की स्थिति भी बनी रह सकती है। प्रशासन और मौसम विभाग की ओर से लोगों को सतर्क रहने और मौसम से जुड़ी चेतावनियों पर ध्यान देने की अपील की गई है।

ठंड ने बदली दिनचर्या

कुल मिलाकर उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड ने लोगों की दिनचर्या को पूरी तरह बदल दिया है। सुबह देर से शुरू हो रही है और शाम जल्दी ढल जा रही है। बाजारों में भीड़ कम हो गई है, जबकि गर्म कपड़ों की दुकानों पर ग्राहकों की संख्या बढ़ गई है। ठंड के इस दौर में लोगों को सतर्कता और सावधानी के साथ दिनचर्या निभाने की जरूरत है, ताकि ठंड से होने वाली परेशानियों से बचा जा सके।

ये भी पढ़ें

DenseFog: यूपी में कोहरे-गलन का कहर, 48 जिले प्रभावित, अलर्ट जारी, स्कूल बंद, हवाई-रेल सेवाएं प्रभावित

Also Read
View All

अगली खबर