Illegal Mining:बेखौफ खनन माफिया ने रिजर्व फॉरेस्ट में जेसीबी धड़धड़ाकर सैकडों हरे-भरे पेड़ काट गिराए। साथ ही जंगलात की भूमि पर अवैध खनन कर करोड़ों रुपये पत्थर भी निकाकर बेच डाले। इससे ग्रामीणों में आक्रोश है। डीएफओ के निर्देश पर वन विभाग की टीम जांच में जुट गई है।
Illegal Mining:बेखौफ खनन माफिया ने रिजर्व फॉरेस्ट में जेसीबी चलाकर करोड़ों के पत्थर निकाल डाले हैं। ये मामला उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के भैसियाछाना ब्लॉक स्थित थिकलना गांव में सामने आया है। यहां सिलकुड़ा के पास अवैध रूप से पत्थर निकालने के लिए बांज, बुरांश आदि के सैकड़ों हरे-भरे पेड़ों की बलि चढ़ाई जा चुकी है। ग्रामीण मोहन राणा और वन सरपंच लछिमा देवी सहित अन्य ग्रामीणों के मुताबिक गांव का एक जनप्रतिनिधि जंगलात की भूमि पर अवैध खनन कर रहा है। ग्रामीणों के मुताबिक एक राजनैतिक दल से जुड़े होने के कारण उसे बड़े नेताओं का संरक्षण प्राप्त है। ग्रामीणों के मुताबिक वह जनप्रतिनिधि पिछले दो माह से जंगलात की भूमि से जेबीसी के जरिए अवैध रूप से पत्थर निकाल रहा है। शुरुआत में आरोपी ने अपने निर्माणाधीन रिजॉर्ट के लिए अवैध तरीके से पत्थर निकाले। अभी तक मौके पर सैकड़ों गाड़ियां पत्थर निकालकर धरती का सीना चीरा जा चुका है। अभी भी अवैध खनन जारी है। ग्रामीणों के मुताबिक आरोपी अब पत्थरों को अल्मोड़ा तक सप्लाई भी कर रहा है। लेकिन आरोपी पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। वहीं, दूसरी ओर आरोपी ने उनपर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया है।
सरपंच के मुताबिक खनन माफिया लंबे समय से जंगलात से बगैर अनुमति के पत्थर निकाल रहा है। विरोध करने पर ग्रामीणों को जान से मारने की धमकी भी दी जाती है। पूर्व में धमकी देने से संबंधित एक वीडियो ग्रामीण सोशल मीडिया में भी वायरल कर चुके हैं। सरपंच के मुताबिक ग्रामीण जिला मुख्यालय पहुंचकर जिलाधिकारी और हल्द्वानी पहुंचकर कुमाऊं आयुक्त से भी इस मामले में शिकायत कर चुके हैं। साथ ही खनन विभाग में भी मामले की शिकायत हो चुकी है। इसके अलावा वन विभाग में भी शिकायत दर्ज करा चुके हैं। बावजूद अब तक जांच टीम गांव नहीं पहुंची है। ग्रामीणों के मुताबिक आरोपी रसूखदार है। इसी के चलते उस पर कार्रवाई से वन विभाग कतरा रहा है। उन्होंने वन कर्मियों पर भी माफिया से मिलीभगत करने का आरोप लगाया है।
इस मामले में ग्रामीणों ने अवैध खनन का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल किया था। वह वीडियो वन प्रभाग अल्मोड़ा के डीएफओ दीपक सिंह तक पहुंच चुका है। डीएफओ के मुताबिक मामला अभी-अभी संज्ञान में आया है। मामले की जांच के लिए वन विभाग की एक टीम मौके पर भेजी जा रही है। यदि मौके पर अवैध खनन पाया गया तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।