Cabinet Reshuffle:वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के साथ ही मंत्रिमंडल विस्तार और विभागों में फेरबदल का रास्ता साफ हो गया है। बताया जा रहा है कि विधान सभा स्पीकर सहित कुछ अन्य मंत्रियों के कार्यभार भी बदले जा सकते हैं। साथ ही कुछ विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।
Cabinet Reshuffle:मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल का रास्ता साफ हो गया है। दरअसल, उत्तराखंड मंत्रिमंडल में चार कुर्सियां लंबे समय से खाली चल रही हैं। इसी को देखते हुए पिछले कई दिनों से राज्य में कैबिनेट विस्तार और बदलाव की चर्चाएं तेज हो रही थी। पर्वतीय समाज के लिए विधान सभा सत्र के दौरान अपशब्दों का प्रयोग करने पर विवादों से घिरे मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कल पद से इस्तीफा दे दिया था। बताया जा रहा है कि मंत्री के उस बयान से भाजपा असहज हो गई थी। इधर, अब मंत्री के इस्तीफे के साथ ही राज्य में कैबिनेट में फेरबदल का रास्ता एकदम साफ हो गया है। अब मंत्रिमंडल में पांच पद खाली हो गए हैं। माना जा रहा है कि सीएम पुष्कर सिंह धामी लंबे समय तक मंत्रिमंडल के पांच पदों को खाली नहीं रखेंगे। ऐसे में जल्द कैबिनेट विस्तार की संभावना है। इधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने भी कहा कि धामी मंत्रिमंडल का जल्द विस्तार होगा। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सीएम होमवर्क पूरा कर चुके हैं। संकेत दिया कि जल्द ही सीएम इस संबंध में अंतिम निर्णय लेंगे।
उत्तराखंड कैबिनेट में खाली चल रहे पदों के लिए भाजपा के कई विधायकों के नाम चर्चा में हैं। बताया जा रहा है कि देहरादून से विनोद चमोली, खजानदास, उमेश शर्मा काऊ और मुन्ना सिंह चौहान में से कोई एक विधायक मंत्री बन सकता है। हरिद्वार से मदन कौशिक, आदेश चौहान या प्रदीप बत्रा, टिहरी से विनोद कंडारी, पौड़ी से ऋतु खंडूड़ी, रुद्रप्रयाग से आशा नौटियाल, नैनीताल से रामसिंह कैड़ा, बंशीधर भगत और पिथौरागढ़ से विशन सिंह चुफाल आदि के नाम शामिल हैं। विधानसभा अध्यक्ष के साथ ही कैबिनेट से कुछ मंत्रियों को हटाकर उनके स्थान पर नए चेहरों को जगह दिए जाने की भी चर्चाएं हैं।