UP Assembly Day 2: उत्तर प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र का दूसरा दिन राजनीतिक रूप से अहम रहेगा। सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू होगी, जिसमें 12:20 बजे तक प्रश्नकाल चलेगा। इसके बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी। विपक्ष सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने के लिए तैयार है, जबकि सरकार जवाब देने की रणनीति बना रही है।
UP Budget Session 2025: उत्तर प्रदेश विधानसभा में चल रहे बजट सत्र का आज दूसरा दिन है। सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू होगी, जिसमें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इस दौरान विपक्ष सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने की तैयारी में है, वहीं सरकार अपने पक्ष को मजबूती से रखने के लिए तैयार है।
सत्र के पहले चरण में 12:20 बजे तक प्रश्नकाल चलेगा, जिसमें विभिन्न विभागीय मंत्रियों द्वारा जनता से जुड़े सवालों के जवाब दिए जाएंगे। इसके बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर विस्तृत चर्चा की जाएगी, जिसमें पक्ष-विपक्ष के सदस्य अपने विचार रखेंगे।
बजट सत्र का यह चरण राजनीतिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि विपक्षी दल सरकार की नीतियों, विकास योजनाओं और बजट प्रावधानों को लेकर तीखे सवाल उठा सकते हैं।
विधानसभा में होने वाले प्रश्नकाल को लेकर विपक्ष खासा आक्रामक मूड में है। विभिन्न मुद्दों जैसे महंगाई, बेरोजगारी, कानून-व्यवस्था, किसानों की समस्याएं, और विकास कार्यों पर सरकार से तीखे सवाल पूछे जा सकते हैं। सरकार की तरफ से सभी विभागीय मंत्री जनहित से जुड़े मुद्दों पर जवाब देने के लिए पूरी तैयारी में हैं। माना जा रहा है कि प्रश्नकाल के दौरान सरकार की विभिन्न योजनाओं और उपलब्धियों पर भी चर्चा हो सकती है।
राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान विधानसभा में विभिन्न अहम मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। राज्यपाल का अभिभाषण आमतौर पर सरकार की नीतियों, योजनाओं और आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत करता है।
लेकिन विपक्षी दल इसे सरकार की विफलताओं को उजागर करने के मौके के रूप में देखते हैं। चर्चा के दौरान विपक्ष सरकार पर तीखे सवालों की बौछार कर सकता है, खासकर महंगाई, कानून-व्यवस्था, किसानों के मुद्दे, बेरोजगारी, और बजट में की गई घोषणाओं को लेकर। वहीं, सत्ता पक्ष अपने विकास कार्यों और कल्याणकारी योजनाओं को गिनाकर जवाब देने की कोशिश करेगा।
विपक्ष किन मुद्दों पर सरकार को घेर सकता है?
उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र हमेशा से महत्वपूर्ण रहा है, क्योंकि यह राज्य की नीतियों, वित्तीय योजनाओं और विकास कार्यों की दिशा तय करता है। इस बार का बजट सत्र भी अहम माना जा रहा है, क्योंकि इसमें कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी।
यह सत्र 2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें सरकार अपनी उपलब्धियों को जनता के सामने रखेगी और विपक्ष इसे चुनौती देने का प्रयास करेगा।
यह देखना दिलचस्प होगा कि इस सत्र में कौन सा पक्ष भारी पड़ता है—सरकार अपनी उपलब्धियों से विपक्ष को शांत कर पाती है या विपक्ष अपनी रणनीति से सरकार को घेरने में सफल होता है।