UP Vigilance Action: उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार पर शिकंजा कसने के लिए विजिलेंस विभाग ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। डीजी विजिलेंस राजीव कृष्ण के नेतृत्व में भ्रष्टाचार के खिलाफ 93 दिनों में 36 रिश्वतखोर अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत विजिलेंस पूरी मुस्तैदी से काम कर रही है। डीजी विजिलेंस ने आम जनता से अपील की है कि यदि कोई सरकारी अधिकारी रिश्वत मांगता है, तो तुरंत 9454401866 नंबर पर शिकायत करें।
UP Vigilance Action: उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार के मामलों को रोकने और दोषियों पर कार्रवाई करने के लिए विजिलेंस विभाग ने सख्त रुख अपनाया है। डीजी विजिलेंस राजीव कृष्ण ने जानकारी दी कि पिछले 93 दिनों में 36 रिश्वतखोर अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 9 राजपत्रित और 27 गैर-राजपत्रित अधिकारी शामिल हैं। यह संख्या पिछले साल की तुलना में छह गुना अधिक है, जब विजिलेंस ने सिर्फ 5 लोगों को गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तार किए गए अधिकारियों में पशुपालन विभाग के ग्रेड-2 के अपर निदेशक, स्वास्थ्य विभाग के सीएमओ, माध्यमिक शिक्षा के संयुक्त निदेशक, पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता और चकबंदी विभाग के अधिकारी शामिल हैं। यह कार्रवाई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत हो रही है।
9454401866 पर शिकायत करने की अपील, शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय
डीजी विजिलेंस ने जनता से अपील की है कि भ्रष्टाचार की किसी भी घटना की जानकारी मिलने पर 9454401866 नंबर पर शिकायत करें। विजिलेंस विभाग शिकायतकर्ता की पहचान को पूरी तरह से गोपनीय रखता है। राजीव कृष्ण ने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ इस अभियान में कोई रुकावट नहीं आने दी जाएगी और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
93 दिनों की कार्रवाई में उत्तर प्रदेश विजिलेंस विभाग ने 36 अधिकारियों को रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है, जिनमें 9 राजपत्रित और 27 गैर-राजपत्रित अधिकारी शामिल हैं। गिरफ्तार हुए अधिकारियों की सूची में कई विभागों के अधिकारी शामिल हैं। कुछ प्रमुख गिरफ्तारियां इस प्रकार हैं:
1. पशुपालन विभाग: ग्रेड-2 के अपर निदेशक
2. स्वास्थ्य विभाग:
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ)
स्वास्थ्य अधिकारी
चिकित्साधिकारी
3. शिक्षा विभाग:
खंड शिक्षा अधिकारी
माध्यमिक शिक्षा के संयुक्त निदेशक
4.लोक निर्माण विभाग (PWD): सहायक अभियंता
5.चकबंदी विभाग: चकबंदी अफसर
इन गिरफ्तारियों से यह स्पष्ट होता है कि भ्रष्टाचार विभिन्न विभागों में फैला हुआ है, और सरकार द्वारा सभी स्तरों पर इस पर सख्त कार्रवाई की जा र