UP Tourism: उत्तर प्रदेश सरकार की पहल से ब्रिटेन के प्रसिद्ध ट्रैवल राइटर्स का दल प्रयागराज, लखनऊ और दुधवा राष्ट्रीय उद्यान का भ्रमण करेगा। यह यात्रा यूपी की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सुंदरता को वैश्विक मंच पर ले जाएगी। महाकुंभ, लखनऊ की चिकनकारी और दुधवा की जैव विविधता को अब दुनिया देखेगी।
UP Government: योगी सरकार के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश अब वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर अपनी जगह मजबूत कर रहा है। राज्य में धार्मिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक पर्यटन स्थलों को बढ़ावा देने की दिशा में विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। प्रयागराज महाकुंभ, दुधवा राष्ट्रीय उद्यान का प्राकृतिक सौंदर्य और लखनऊ की प्रसिद्ध चिकनकारी अब दुनिया भर में अपनी पहचान बनाएंगे। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश ईको टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड ने ब्रिटेन के सुप्रसिद्ध ट्रैवल राइटर्स की फैम ट्रिप (फैमिलियरीज़ेशन ट्रिप) का आयोजन किया है, जिसमें वे प्रयागराज, लखनऊ और दुधवा का भ्रमण करेंगे। यह दौरा विदेशी पर्यटकों को यूपी के अनूठे पर्यटन स्थलों से परिचित कराने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने जानकारी दी कि ब्रिटेन के प्रसिद्ध ट्रैवल राइटर्स सॉरचा मैरेड ब्रैडली, एलेक्जेंड्रा निकोल लोवेट और ओइनोन जुडिथ डेल इस फैम ट्रिप का हिस्सा होंगे। यह दल 24 फरवरी को दिल्ली पहुंचेगा और 25 फरवरी को प्रयागराज रवाना होगा।
25-26 फरवरी को यह दल प्रयागराज में महाकुंभ समेत विभिन्न धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण करेगा। संगम नगरी में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और पवित्र स्नान के दृश्यों को देखने का उन्हें विशेष अवसर मिलेगा।
इसके बाद 27 फरवरी को यह दल लखनऊ पहुंचेगा, जहां वे नवाबी शहर के विभिन्न ऐतिहासिक स्थलों के साथ-साथ यहां की प्रसिद्ध चिकनकारी कढ़ाई को नजदीक से देखेंगे। लखनऊ की चिकनकारी पूरी दुनिया में मशहूर है, और इस कला को ब्रिटिश ट्रैवल राइटर्स अपनी लेखनी के माध्यम से वैश्विक मंच पर ले जाएंगे।
27 फरवरी की शाम को दल दुधवा नेशनल पार्क के लिए रवाना होगा। 28 फरवरी को यह दल जंगल सफारी का आनंद लेगा और बाघ, तेंदुआ, हाथी, गैंडे जैसे दुर्लभ वन्यजीवों को देखने का अनुभव प्राप्त करेगा।
दुधवा राष्ट्रीय उद्यान उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में स्थित है और यह भारत के सबसे समृद्ध जैव विविधता वाले क्षेत्रों में से एक है।
वन्य जीवों की विविधता: यहां बाघ, तेंदुआ, हाथी, गैंडा, गीदड़, लकड़बग्घा और विभिन्न प्रकार के हिरण पाए जाते हैं।
घने जंगल और ऊंचे घास के मैदान: यह स्थान नेचर लवर्स और वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर्स के लिए स्वर्ग के समान है।
इको टूरिज्म का बढ़ावा: दुधवा अब सिर्फ भारतीय पर्यटकों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि ब्रिटिश ट्रैवल राइटर्स की रिपोर्ट के बाद विदेशी सैलानियों की संख्या भी बढ़ेगी।
ब्रिटिश दल 3 मार्च को लखनऊ वापस आएगा और वहां से दिल्ली होते हुए 4 मार्च को लंदन के लिए रवाना होगा।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह के अनुसार, उत्तर प्रदेश अब केवल घरेलू पर्यटकों की पसंद नहीं रहा, बल्कि यह तेजी से विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र भी बन रहा है।
महाकुंभ, अयोध्या और काशी जैसे धार्मिक स्थल, दुधवा जैसे इको टूरिज्म डेस्टिनेशन, लखनऊ, आगरा जैसे सांस्कृतिक केंद्र यह सब मिलकर उत्तर प्रदेश को भारत के प्रमुख पर्यटन हब के रूप में स्थापित कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार के ये प्रयास जल्द ही राज्य को विदेशी पर्यटकों की पहली पसंद बना सकते हैं। यह पहल महाकुंभ, लखनऊ की चिकनकारी और दुधवा की प्राकृतिक सुंदरता को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।