मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश विधानसभा मंडपम दर्शक दीर्घा का उद्घाटन किया। इस अवसर पर 1952 से अब तक के नेता सदन और नेता प्रतिपक्ष के कार्यों पर आधारित एक विशेष प्रकाशन का विमोचन भी हुआ। संविधान के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में सभी सदस्यों को संविधान की मूल प्रति उपलब्ध कराई गई।
Vidhan Sabha Session: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश विधानसभा मंडपम दर्शक दीर्घा का भव्य उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने 1952 से अब तक के नेता सदन और नेता प्रतिपक्ष के कार्यों को समर्पित एक विशेष प्रकाशन का विमोचन भी किया। उन्होंने इसे स्वस्थ लोकतंत्र का प्रतीक बताते हुए कहा कि नेता सदन और नेता प्रतिपक्ष लोकतंत्र के दो पहिये हैं, जो जनकल्याण और प्रगतिशील विकास के लिए अनिवार्य हैं। इस समारोह के साथ ही आज से विधानसभा का शीतकालीन सत्र भी प्रारंभ हो गया है।
संविधान के 75वें वर्ष का गौरव
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से इस बात पर प्रकाश डाला कि यह वर्ष भारत के संविधान के लागू होने का 75वां वर्ष है। इस ऐतिहासिक अवसर पर सभी माननीय सदस्यों को संविधान की मूल प्रति उपलब्ध कराई जा रही है। मुख्यमंत्री ने संविधान को भारत के दर्शन का प्रतिबिंब बताते हुए कहा, "संविधान का हर पृष्ठ भारत की विविधता, उसकी महान परंपराओं और समृद्ध संस्कृति का दर्शन करवाता है।"
नेता सदन और नेता प्रतिपक्ष का प्रकाशन
1952 से लेकर अब तक उत्तर प्रदेश विधानसभा में रहे सभी नेता सदन और नेता प्रतिपक्ष के कार्यों और योगदान का प्रकाशन इस अवसर पर जारी किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रकाशन लोकतंत्र के इन दोनों महत्वपूर्ण स्तंभों की भूमिका को समझने और प्रेरणा लेने का एक सशक्त माध्यम बनेगा।
शीतकालीन सत्र का प्रारंभ
आज से शुरू हो रहे विधानसभा के शीतकालीन सत्र में सरकार की प्राथमिकता जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करना है। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि सभी माननीय सदस्य सार्थक संवाद और विकासोन्मुखी विचार-विमर्श में योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि यह सत्र प्रदेश के विकास, सुरक्षा और समृद्धि के लिए नई नीतियों और योजनाओं को आकार देगा।
मुख्यमंत्री का आह्वान
मुख्यमंत्री ने सभी विधायकों से अनुरोध किया कि वे संविधान के मूल सिद्धांतों का पालन करते हुए सदन को जनसेवा और विकास का मंच बनाएं। उन्होंने यह भी कहा कि स्वस्थ बहस और चर्चा ही लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करती है।
शीतकालीन सत्र के मुख्य एजेंडे
इस सत्र में अनुपूरक बजट और कई महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा होगी। साथ ही सरकार राज्य के विकास से जुड़े मुद्दों पर विपक्ष के सुझावों का स्वागत करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सत्र प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।