यूपी में नौतपा की तपिश को बारिश धीमी कर सकती है। मानसून ने केरल में 8 दिन पहले दस्तक दे दी है। यूपी में भी मानसून 3 दिन पहले पहुंच सकता है। मौसम विज्ञानियों का मानना है कि इस बार पिछले साल के मुकाबले अधिक बारिश की संभावना है।
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में गर्मी के इस प्रचंड दौर में नौतपा की तपिश से राहत की उम्मीद बंधने लगी है। मौसम विभाग के अनुसार, मानसून ने इस बार केरल में अपने तय समय 1 जून से आठ दिन पहले ही यानी 25 मई को दस्तक दे दी है। अब सवाल यह है कि यह मानसूनी राहत यूपी कब तक पहुंचेगी?
मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल कुमार सिंह का कहना है कि इस बार मानसून यूपी में अपने तय समय 20 जून से 2-3 दिन पहले ही पहुंच सकता है। उन्होंने बताया कि इस बार बारिश की संभावना अच्छी जताई जा रही है।
इस बीच, शुक्रवार को झांसी राज्य का सबसे गर्म शहर रहा, जहां अधिकतम तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, वाराणसी में तेज आंधी के साथ 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। इस दौरान बिजली गिरने से एक युवक की मौत भी हो गई।
शनिवार को प्रदेश के 65 जिलों में बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया गया है। हवाएं 40 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं। बीते 24 घंटे में सात जिलों में बारिश हुई, जिसमें सबसे ज्यादा 10.3 मिमी बारिश महाराजगंज में दर्ज की गई। बारिश के कारण औसत तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट आई है।
नौतपा का आरंभ इस बार 25 मई से हुआ है, जो 2 जून तक चलेगा। वैज्ञानिक मानते हैं कि इस अवधि में सूर्य पृथ्वी के सबसे करीब होता है, जिससे उसकी किरणें तीव्र और सीधी पड़ती हैं। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों की तरह इस बार भी यूपी में नौतपा का असर कम रह सकता है।
आमतौर पर यूपी में मानसून की शुरुआत सोनभद्र जिले से होती है, लेकिन पिछले साल यह परंपरा टूटी और मानसून ने ललितपुर (बुंदेलखंड) से दस्तक दी। इसका असर ये हुआ कि जून में 41% कम बारिश हुई। जून महीने में जहां औसतन 89.1 मिमी बारिश होती है, वहीं पिछले साल सिर्फ 53.1 मिमी ही दर्ज की गई।
राज्य के जिन जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई गई है, उनमें शामिल हैं: लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, मेरठ, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, हापुड़, बरेली, गाजियाबाद, नोएडा, बुलंदशहर, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बांदा और इनके आसपास के क्षेत्र।