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UP: SIR की लास्ट डेट 11 दिसंबर से आगे खिसकना तय! करीब पौने 3 करोड़ गणना फॉर्म वापस नहीं आए…CEO क्या बोले?

SIR Update: SIR की लास्ट डेट 11 दिसंबर से आगे बढ़ सकती है। करीब पौने 3 करोड़ गणना फॉर्म अभी तक वापस नहीं आए हैं। जानिए CEO नवदीप रिणवा का क्या कहना है?

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लखनऊ

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Harshul Mehra

Dec 10, 2025

deadline for sir is set to be pushed back beyond december 11th more than 2 crore census forms not returned

यूपी SIR की लास्ट डेट 11 दिसंबर से आगे खिसकना तय! (फोटो सोर्स :Facebook News Group)

SIR Update: यूपी में स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (SIR) की समय सीमा को 14 दिनों के लिए बढ़ाया जा सकता है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा का कहना है कि उन्होंने आयोग से 25 दिसंबर तक का अतिरिक्त समय मांगा है। जिस पर सैद्धांतिक सहमति मिल चुकी है। उम्मीद है कि इसका औपचारिक आदेश आज या कल तक जारी हो जाएगा। इससे पहले मतदाता जोड़ने और हटाने के लिए निर्धारित एन्यूमरेशन पीरियड यानी वोटर वेरिफिकेशन की अंतिम तिथि 11 दिसंबर थी।

2 करोड़ 90 लाख फॉर्म अभी लंबित

नवदीप रिणवा का कहना है कि SIR प्रक्रिया के लिए अतिरिक्त 2 सप्ताह का समय मिल सकता है। उनके अनुसार, संपूर्ण प्रक्रिया का लगभग 99 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। प्रदेश में ऐसे फॉर्म जिन्हें मतदाता के हस्ताक्षर के बाद भी किसी कारण से वापस नहीं लिया जा सका था, अब उन्हें दोबारा कलेक्ट किया जाएगा। अब भी करीब 2 करोड़ 90 लाख फॉर्म जमा नहीं हो सके हैं। इनमें से 1 करोड़ 27 लाख लोग स्थायी रूप से अन्य स्थानों पर शिफ्ट हो चुके हैं। कुल मिलाकर 99 प्रतिशत कार्य निपट चुका है, जबकि केवल 5 श्रेणियों के मतदाताओं के फॉर्म ही अब तक जमा नहीं हो पाए हैं।

ऑनलाइन SIR सबके लिए है?

जिन लोगों तक BLO द्वारा SIR फॉर्म नहीं पहुंच पा रहा है, वे इसे ऑनलाइन भी भर सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि ऑनलाइन SIR फॉर्म वही मतदाता भर पाएंगे, जिनका मोबाइल नंबर पहले से उनकी वोटर ID से लिंक है। अगर मोबाइल नंबर लिंक नहीं है, तो सिस्टम लॉगिन की अनुमति ही नहीं देगा। ऐसी स्थिति में मतदाता को फॉर्म ऑफलाइन तरीके से यानी BLO की सहायता से ही भरना होगा।

मेरे लिए SIR क्यों जरूरी है?

SIR अब जरूरी कर दिया गया है। इसका उद्देश्य फर्जी वोटिंग पर रोक लगाना है। इस प्रक्रिया के तहत ऐसे वोटर्स के नाम वोटर सूची से हटाए जाएंगे, जिनका निधन हो चुका है या जो किसी दूसरी जगह जाकर बस चुके हैं। SIR लागू होने के बाद एक व्यक्ति सिर्फ एक ही स्थान से वोटर बन सकेगा, जिससे वोटर लिस्ट ज्यादा सटीक और पारदर्शी होगी।