Akhilesh Yadav on Vikram Misri: विदेश सचिव विक्रम मिसरी के सोशल मीडिया अकाउंट पर जब लोगों ने अपशब्द लिखना शुरू किया तो अखिलेश यादव ने उनके बचाव में सोशल मीडिया पर लंबा-चौड़ा पोस्ट लिख डाला। आइए बताते हैं अखिलेश यादव ने क्या लिखा ?
Akhilesh Yadav on BJP: भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने जब ऑपरेशन सिन्दूर के दौरान सीजफायर का ऐलान किया तो उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर हमला होना शुरू हो गया। राइट विंग समर्थित सोशल मीडिया एकाउंट्स से भी विक्रम मिसरी पर भद्दे कमेंट किये गए और उनके परिवार को भी निशाना बनाया गया। इन सभी के बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने विक्रम मिसरी की ओर से मोर्चा संभाला और सरकार से जांच की मांग की।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘X’ पर लिखा कि निर्णय तो सरकार का होता है; किसी अधिकारी का नहीं। ये बेहद संवेदनशील, निंदनीय, शर्मनाक, आपत्तिजनक और दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि देश के एक बहुत बड़े अधिकारी और उसके परिवार के ख़िलाफ़ कुछ असामाजिक-आपराधिक तत्व सरेआम अपशब्दों की सारी सीमाएं तोड़ रहे हैं लेकिन उनके मान-सम्मान की रक्षा के लिए न तो भाजपा सरकार, न ही उनका कोई मंत्री सामने आकर ऐसी अवांछित पोस्ट करनेवालों के ख़िलाफ़ किसी कार्रवाई की बात कर रहा है। ऐसी पोस्ट और बयानों से, दिन-रात एक करके देश के लिए समर्पित रहनेवाले सत्यनिष्ठ अधिकारियों का मनोबल टूटता है।
अखिलेश यादव ने आगे लिखा कि भाजपा सरकार से हमारी खुली माँग है कि इन सबकी तुरंत गहरी जाँच हो और इनके सोशल मीडिया एकाउंट्स और बैंक खाते से लेकर ई-पेमेंट के सभी एकाउंट्स का पूरा ब्यौरा निकाला जाए। आज ही, तुरंत, तत्काल अभी ही ईडी, सीबीआई, साइबर सिक्योरिटी व अन्य जाँच एजेंसियों को असली काम पर लगाया जाए और पता किया जाए कि इनके पीछे कौन सी ताक़तें काम कर रही हैं और ये राष्ट्र विरोधी लोग किस विदेशी ताक़तों से पैसा लेकर देश में अमन-चैन-शांति को भंग करना चाहते हैं।
अखिलेश यादव ने आगे लिखा कि जो भाजपा सरकार बात-बात पर देश की सुरक्षा की आशंका के नाम पर प्रतिष्ठित यू ट्यूब चैनल्स को बंद कर देती है, वो ऐसे लोगों के बारे में चुप क्यों है? अगर ये सब भाजपा की रज़ामंदी से नहीं हो रहा है तो ये और भी गंभीर मसला है और देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए अत्यंत ख़तरनाक बात भी है क्योंकि ऐसे तत्व देश के अंदर बैठे हैं और भाजपा सरकार उनका कुछ भी नहीं बिगाड़ पा रही है। ये वही लोग हैं जो किसी के भी ख़िलाफ़ सरेआम ज़हरीली बातें लिखते हैं लेकिन उनका बाल भी बाँका नहीं होता। चंद पैसों के लिए बिक जानेवाले ये लोग किसी के भी सगे नहीं हो सकते हैं। ऐसे लोगों को रोकने के लिए भाजपा सरकार ने अगर 24 घंटे में कोई क़दम नहीं उठाया तो देश की जनता को ये समझते देर नहीं लगेगी कि ये किसके लोग हैं, किसके लिए काम करते हैं, कौन उन्हें बचा रहा है और क्यों ?