विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर लखनऊ में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आईईए सभागार में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर अपर निदेशक डॉ. जीपी गुप्ता और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल ने परिवार नियोजन जागरूकता वाहन 'सारथी वाहन' को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
लखनऊ के आईईए सभागार में विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। अपर निदेशक डॉ. जीपी गुप्ता और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल ने 'सारथी वाहन' को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में जाएगा।
गोष्ठी में संबोधित करते हुए डॉ. जीपी गुप्ता ने कहा, "परिवार नियोजन कार्यक्रम प्रत्येक दम्पति को अपने परिवार की खुशहाली के लिए सशक्त बनाता है। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने में परिवार नियोजन कार्यक्रम की अहम भूमिका है।" उन्होंने बताया कि अनचाहे गर्भ और गर्भ से सम्बन्धित जटिलताओं को कम करने से मातृ मृत्यु दर 30% और शिशु मृत्यु दर 10% तक रोकी जा सकती है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल ने कहा, "इस साल विश्व जनसंख्या दिवस 'विकसित भारत की नई पहचान, परिवार नियोजन हर दम्पति की शान' थीम के साथ मनाया जा रहा है। जनपद में 11 से 24 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा मनाया जाएगा, जिसमें लोगों को परिवार नियोजन सम्बन्धी जानकारी और साधन मुहैया कराए जाएंगे।"
परिवार कल्याण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. बी. एन. यादव ने बताया, "परिवार नियोजन के अस्थायी साधन आयुष्मान आरोग्य मंदिरों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों और जिला स्तरीय व मेडिकल कॉलेजों में निःशुल्क उपलब्ध हैं। आशा कार्यकर्ता और एएनएम समुदाय में जाकर लोगों को परिवार नियोजन साधनों की जानकारी देती हैं और लाभार्थी की इच्छा अनुसार उपलब्ध भी कराती हैं।"
कार्यक्रम में स्वयंसेवी संस्था आईपास के राज्य स्तरीय अधिकारी डॉ. देवेन्द्र ने परिवार कल्याण कार्यक्रम के इतिहास पर प्रकाश डाला। इस आयोजन में आईपास का विशेष सहयोग रहा।
विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सतीश यादव, जिला समुदाय प्रक्रिया प्रबंधक विष्णु प्रताप, पोपुलेशन सर्विसेस इंटरनेशनल (पीएसआई), आईपास, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफॉर) और निजी चिकित्सा संस्थानों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। इस तरह के कार्यक्रम और जागरूकता अभियानों से परिवार नियोजन के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ेगी और समाज में सकारात्मक बदलाव आएगा।