Rain In Lucknow: लखनऊ मंडल समेत उत्तर प्रदेश में मानसून ने दस्तक दे दी है। बंगाल की खाड़ी से बने निम्न दबाव के कारण प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बारिश हो रही है। इससे गर्मी से परेशान लोगों को राहत मिली है और किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। प्रशासन अलर्ट मोड में है।
UP Rain Update: लखनऊ मंडल समेत उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मानसून ने दस्तक दे दी है और बारिश के साथ ही लोगों को चिलचिलाती गर्मी से बड़ी राहत मिली है। बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही बूंदाबांदी और तेज हवाओं ने मौसम को खुशनुमा बना दिया है। मौसम विभाग ने आगामी सप्ताह में लखनऊ और आसपास के जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है। इस दबाव प्रणाली से जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण झारखंड, छत्तीसगढ़, और मध्य प्रदेश होते हुए उत्तर प्रदेश के दक्षिणी और मध्य भागों तक पहुँच रहा है। इसी के प्रभाव से राज्य के कई हिस्सों में भारी से मध्यम बारिश दर्ज की जा रही है।
हापुड़ स्थित मौसम केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. एस.के. मिश्रा के अनुसार "लखनऊ मंडल में जुलाई के पहले सप्ताह से ही मानसूनी गतिविधियां तेज हो गई हैं। आने वाले 4–5 दिनों तक लखनऊ, रायबरेली, हरदोई, सीतापुर और बाराबंकी में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है।"
जहाँ जून के अंतिम सप्ताह में लखनऊ का तापमान 41°C के आसपास चल रहा था, वहीं अब अधिकतम तापमान घटकर 34–36°C के बीच पहुँच गया है। न्यूनतम तापमान भी घटकर 26–28°C हो गया है, जिससे शहरवासियों को तेज गर्मी और उमस से राहत मिली है।
बारिश की खबर से किसान समुदाय में खुशी की लहर है। धान की रोपाई के लिए यह समय बेहद अहम होता है और समय पर बारिश होने से खेतों में नमी बनी रहेगी। कृषि विभाग ने भी किसानों को सलाह दी है कि वे वर्षा आधारित फसलें जैसे धान, मक्का, बाजरा आदि की बुवाई के लिए तैयार रहें।
भारी बारिश की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन ने नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नालियों की सफाई और ड्रेनेज सिस्टम को सुचारू बनाने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। इसके अलावा, सभी तहसीलों में आपदा प्रबंधन टीमें सक्रिय कर दी गई हैं।
मानसून के दौरान खाने-पीने से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए राज्य सरकार ने कांवड़ मार्ग पर खासतौर से ‘फूड सेफ्टी कनेक्टिविटी’ ऐप लॉन्च किया है। इसके माध्यम से लोग QR कोड स्कैन करके किसी भी होटल या ढाबे की शिकायत दर्ज कर सकते हैं।