Monsoon 2024: मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक अधिकांश स्थानों में बारिश का अनुमान जताया है। इसे लेकर यलो अलर्ट भी जारी किया है। वहीं आज दोपहर बाद रायपुर समेत कई जिलों में...
Monsoon 2024: प्रदेश में मानसून की एंट्री हुए 15 दिन का समय बीत चुका है, फिर भी लोगों को अभी भी झड़ी का इंतजार है। हालांकि मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक अधिकांश स्थानों में बारिश का अनुमान जताया है। इसे लेकर यलो अलर्ट भी जारी किया है। वहीं आज दोपहर बाद रायपुर समेत कई जिलों में अचानक से मौसम में बदलाव आ गया और जोरदार बारिश शुरू हो गई।
Monsoon 2024: बीते रविवार को सुबह 9 बजे करीब 1 घंटे तक ताबड़तोड़ बारिश हुई थी। वहीं तीन दिन के इंतजार के बाद आज फिर झमाझम बारिश जारी है। करीब 4 बजे मौसम में अचानक से बदलाव हुआ और तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई। करीब 1 घंटे तक बारिश का दौर जारी है। इधर बारिश से लोगों ने राहत की सांस ली।
बारिश के थमने से उमस बढ़ गई थी। एक बार फिर एसी, कूलर काम करने बंद कर दिए थे। हालांकि आज बदले मौसम के मिजाज से तापमान में गिरावट आ गई। हालांकि अब यह गिरावट अगले 5 दिनों तक देखने को मिल सकती है। बता दें कि रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले 5 दिनों तक बारिश का अनुमान जताया है।
इससे पहले मंगलवार को दुर्ग जिले का अधिकतम तापमान सोमवार के मुकाबले एक डिग्री और बढ़कर औसत से 3.8 बढ़ोतरी के साथ 37.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं रात का न्यूनतम तापमान भी 2.5 डिग्री की वृद्धि के बाद 27 डिग्री पहुंच गया। मंगलवार को तेज धूप खिली, जिससे सुबह 11 बजे तक तापमान 36 डिग्री तक पहुंचा।
मौसम विभाग ने कहा है कि मानसून की सक्रियाता और ऊपरी दबाव स्तर पर तैयार द्रोणिका के असर से दुर्ग जिला सहित प्रदेशभर में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना बन रही है। इस समय हवा में नमी की मात्रा अधिक होने से उमस में इजाफा हुआ है। 26 से 30 जून तक दुर्ग जिले में मानसून सक्रियता से बारिश कराएगा। फिलहाल राजनांदगांव मंगलवार को 39.5 डिग्री के साथ प्रदेश में सबसे गर्म रहा। सबसे कम न्यूनतम तापमान 21.8 डिग्री नारायणपुर में रिकॉर्ड किया गया। तीन रातों की बारिश के बाद दुर्ग जिला सूखा बना हुआ है। जून के महीने में सबसे अधिक बारिश पाटन ब्लॉक में हुई है।
एक द्रोणिका, दक्षिण गुजरात के ऊपर स्थित चक्रवात मध्य प्रदेश और दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश होते हुए उत्तर-पश्चिम बिहार तक औसत समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर है। एक द्रोणिका दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश के ऊपर स्थित चक्रवात पूर्वी मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल व बांग्लादेश होते हुए उत्तर-पूर्वी असम तक औसत समुद्र तल से 0.9 किमी की ऊंचाई पर स्थित है। प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।