मथुरा

प्रेमानंद महाराज से मिले डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, समाज सेवा और भगवत प्राप्ति पर मिला मार्गदर्शन

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक हाल ही में मथुरा के पवित्र वृंदावन में स्थित संत प्रेमानंद महाराज के आश्रम पहुंचे। यहां उन्होंने संत से आशीर्वाद लिया और भगवत प्राप्ति व समाज सेवा से जुड़े गहरे आध्यात्मिक विचार सुने।

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Jun 05, 2025
प्रेमानंद महाराज से मिले डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, PC: Social Media

प्रेमानंद जी महाराज ने डिप्टी सीएम से कहा कि मनुष्य का जन्म केवल भोग विलास के लिए नहीं बल्कि भगवत प्राप्ति के लिए होता है। उन्होंने समझाया कि भगवत प्राप्ति के लिए संन्यासी बनना या एकांत में साधना करना ही एकमात्र मार्ग नहीं है। अगर कोई अपने कर्तव्यों को सच्चाई और निष्ठा से निभाए, और साथ ही भगवान का स्मरण करता रहे, तो वह भी भगवान तक पहुंच सकता है।

गीता के श्लोक से समझाया भजन मार्ग

उन्होंने कहा कि “युद्ध” का अर्थ सिर्फ रणभूमि में लड़ना नहीं, बल्कि जीवन में अपने दायित्वों का पूरी ईमानदारी से पालन करना भी है। गीता में श्रीकृष्ण ने अर्जुन से कहा ‘माम अनुस्मर युद्ध्य च’ यानी युद्ध करो और मेरा स्मरण भी करो। इसी प्रकार जो पद आपको मिला है, उसका उपयोग अगर राष्ट्र सेवा और जनकल्याण की भावना से किया जाए, तो यही भगवत प्राप्ति का मार्ग बन जाता है।

प्रेमानंद जी ने भय और प्रलोभन दो खास बातों से बचने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अगर हम किसी से डरें या लालच में पड़ जाएं तो हमारा धर्म से च्युत होना निश्चित है। लेकिन यदि हम निडर और लोभ रहित होकर अपने कर्म करें, तो न केवल हमारा लोकिक विकास होता है, बल्कि आत्मिक उन्नति भी होती है।

उन्होंने आगे कहा कि समाज सेवा करते हुए भी भगवान का स्मरण संभव है। जो अधिकार हमें मिला है वह भगवान की कृपा है। अगर हम इस जिम्मेदारी को ठीक से निभाते हैं, तो आगे और ऊंचे अवसर मिलेंगे और अंततः वही परम पद भगवान की प्राप्ति भी संभव है। इस अवसर पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने प्रेमानंद जी महाराज की शिक्षाओं को अपनी सार्वजनिक सेवा में आत्मसात करने की बात कही।

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