मथुरा के रहने वाले मां बेटे ने लखनऊ के विक्रमादित्य मार्ग के पास जहर खा लिया। दोनों सड़क के किनारे बेसुध हालत में मिले हैं। पुलिस ने उन्हें तत्काल सिविल अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां उनकी हालत स्थिर है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह वजह सामने आई है।
लखनऊ में बरसाना के मां-बेटे द्वारा जहर खाकर जान देने का प्रयास करने के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। एसएसपी श्लोक कुमार सिंह ने मामले की जांच एसपी देहात सुरेश चंद रावत और सीओ गोवर्धन को सौंपी है। दोनों अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे पूरे प्रकरण की सभी परिस्थितियों की गहराई से जांच करें और दोनों पक्षों के दावों का सत्यापन करें।
घटना तब सामने आई जब बरसाना निवासी मुनेश सिंह और उसके बेटे बलजीत सिंह ने लखनऊ में जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। उनका आरोप है कि बरसाना में उनकी खरीदी हुई जमीन पर कब्जा कर लिया गया है और न्याय न मिलने से परेशान होकर उन्होंने यह कदम उठाया। लखनऊ पुलिस ने यह सूचना मथुरा पुलिस को दी, जिसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने जांच के निर्देश दिए हैं।
जांच के शुरुआती चरण में जो तथ्य सामने आए हैं, उसके अनुसार, महिला ने दो वर्ष पूर्व जमीन खरीदने का दावा किया है, लेकिन उसे अभी तक कब्ज़ा नहीं मिला है। वहीं, दूसरे पक्ष का दावा बिल्कुल विपरीत है। उनका कहना है कि यह महिला और उसका परिवार किराया दिए बिना मकान में रह रहा था और जब मकान खाली करने को कहा गया, तभी यह आरोप लगाए जा रहे हैं।
एसएसपी के अनुसार, आईजीआरएस की जांच में यह भी पता चला है कि महिला पहले भी शिकायत दे चुकी है। पहले दिए गए प्रार्थनापत्र में उसने दुकान लगाने की जगह को लेकर पड़ोसियों के साथ विवाद की शिकायत की थी, जिसका पुलिस ने मौके पर समाधान करा दिया था। एसएसपी ने कहा है कि किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जायेगा।
बलजीत ने पुलिस को रोते हुए बताया कि वह बरसाना में हरिनारायण के मकान में किराए पर रह रहे थे। वह भी कई महीनों से खाली करने का दबाव बना रहे थे। उनसे टाइम मांगा जा रहा है। बीते दिनों हरिनारायण ने भी कमरे में ताला जड़ दिया था। सारा सामान भी अंदर ही रखा था। अब रिश्तेदारों के यहां शरण लेकर रह रहे थे। विरोध पर हरिनारायण ने धमकी दी थी।