Sant Premanand Maharaj Padyatra Time Changed मथुरा में संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा का समय बदल गया है। अब यह यात्रा रात 2 बजे से नहीं हो रही है। दिन की यात्रा होने के कारण बड़ी संख्या में भीड़ इकट्ठा हो रही है।
Sant Premanand Maharaj Padyatra Time Changed मथुरा में प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा के समय में परिवर्तन किया गया है। अब यह पदयात्रा रात को 2 बजे से नहीं होगी। इसका प्रमुख कारण खुद की सेहत के साथ यात्रा मार्ग में खड़ी होने वाली भीड़ को भी लेकर है। जिसमें बड़ी संख्या में बड़े-बूढ़े और बच्चे भी शामिल होते हैं। यात्रा मार्ग के दोनों तरफ हजारों की संख्या में लोग खड़े रहते हैं। रात के तापमान में लगातार गिरावट भी आ रही है। क्षेत्राधिकारी सदर ने बताया कि आश्रम प्रबंधन से बातचीत के बाद आगे की व्यवस्था की जाएगी। यदि यही समय निर्धारित होता है तो रूट मैप भी तैयार किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के मथुरा वृंदावन में विश्व विख्यात संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा को देखने के लिए यात्रा मार्ग के दोनों तरफ बड़ी संख्या में भीड़ पहुंचती है। इनमें बड़े से लेकर बूढ़े और छोटे बच्चे भी शामिल हैं। महिलाओं की भी संख्या बहुत अधिक होती है। माता-पिता अपने बच्चों को राधा कृष्ण के रूप में करके भी लाते हैं। राधे-राधे की गूंज के साथ यात्रा मार्ग भक्ति भाव में डूब जाता है। 2 किलोमीटर की यात्रा अन्य दिनों में रात 2 बजे शुरू होती थी। समय-समय पर यात्रा में परिवर्तन भी होता रहता था। दिल्ली विस्फोट के बाद पदयात्रा को प्रेमानंद महाराज ने रोक दिया था।
संत प्रेमानंद महाराज की लोकप्रियता का आलम यह है कि दुकानदार की भी बिक्री बढ़ गई है। अब यह यात्रा शाम 5 बजे शुरू होगी। टाइमिंग बदलते ही पदयात्रा के दौरान देखने वालों की भीड़ भी उमड़ पड़ी है। संत प्रेमानंद महाराज भी रास्ते में खड़े लोगों को निराश नहीं करते हैं। वह सभी का अभिवादन स्वीकार करते हैं और आशीर्वाद देते हैं। इस समय पदयात्रा शाम को 5 बजे सुनरख मोड़ से होते हुए श्री राधा केली कुंज रमण रेती आश्रम पहुंच रही है।
इस संबंध में आश्रम की तरफ से कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। शाम की यात्रा होने के कारण भीड़ ज्यादा बढ़ गई है, जिससे पुलिस को मेहनत करनी पड़ रही है। शाम को भारी भीड़ इकट्ठा हो रही है। क्षेत्राधिकारी सदर संदीप सिंह ने बताया कि दो दिनों से यात्रा का टाइम बदला है। आश्रम से संपर्क करके निश्चित किया जाएगा कि पदयात्रा का टाइम क्या रहेगा। उसके बाद आगे की व्यवस्था की जाएगी।