ऐतिहासिक भरत मिलाप सोमवार की तड़के सुबह भारी सुरक्षा के बीच संपन्न हुआ। हर हर महादेव और अजान की गूंज के बीच प्रभु राम का विमान शाही मस्जिद से टकराते हुए अयोध्या पहुंचा। जहां चारो भईया का मिलन हुआ और इस भावुकपल को देख मौजूद लोगों के आँखे नम हो गई।
Mau Ramlila: मऊ जनपद का ऐतिहासिक भरत मिलाप सोमवार की तड़के सुबह भारी सुरक्षा के बीच संपन्न हुआ। हर हर महादेव और अजान की गूंज के बीच प्रभु राम का विमान शाही मस्जिद से टकराते हुए अयोध्या पहुंचा। जहां चारो भईया का मिलन हुआ और इस भावुकपल को देख मौजूद लोगों के आँखे नम हो गई। इस ऐतिहासिक रामलीला को देखने के लिए हजारों लोग पूरी रात जगे रहे और सांस्कृतिक कार्यक्रम होता रहा। वहीं संवेदनशीलता को देखते हुए डीएम एसपी सहित सभी आला अधिकारी मौजूद रहे।
ऐसा भरत मिलाप जिसमे भगवान राम के विमान को शाही मस्जिद से स्पर्श कराए बिना इसे अधूरा माना जाता है। मऊ में भरत मिलाप मुगल शासिका जहाँआरा के शासनकाल से शुरू हुआ एक ऐतिहासिक उत्सव है, जिसकी शुरुआत मुगलों के जमाने में हुई थी और जो लगभग 500 साल पुराना है। यह कार्यक्रम मऊ के शाही कटरा मैदान में आयोजित होता है, जहाँ दशहरे के दिन परंपरा के अनुसार, श्रीराम का विमान शाही कटरा मस्जिद के दक्षिणी द्वार को तीन बार छूता है या भगवान श्रीराम का पुष्पक विमान शाही कटरा मस्जिद से टकराता है, जिसके बाद भरत और श्रीराम का भव्य मिलन होता है
इस परंपरा के पीछे कहानी यह है की मुगल काल में रात भर पूरे शहर में भगवान राम का रथ घूम के भोर में इसी मस्जिद के दरवाजे पर दस्तक देता था या रथ को दरवाजे से टकराता था। और उसके आवाज से रानी जहाँआरा की नींद खुलती थी, और वही परंपरा आज तक चली आ रही है गौरतलब है कि वर्षों पुरानी परंपरा के दौरान मऊ में 2005 में साम्प्रदायिक दंगा भी हो गया था। तभी से सुरक्षा और भी बड़ा दी गई है।