उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ने बिजली विभाग की लापरवाही पर सख्त नाराजगी जताई है। एक कार्यक्रम के दौरान अचानक बिजली कट जाने से वे आगबबूला हो गए और अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी। आइए जानते हैं उनहोंने क्या कहा।
उन्होंने स्पष्ट तौर कहा कि यदि ट्रांसफार्मर खराब हुआ तो उसके लिए संबंधित अधिकारी भी जिम्मेदार होंगे। इस मामले में दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है जबकि अन्य पर कार्रवाई की जा रही है।
योगी सरकार के आठ साल पूरे होने पर प्रदेशभर में सरकार की उपलब्धियां बताने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में मऊ में ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा का कार्यक्रम चल रहा था। वे मंच से सरकार की उपलब्धियां गिना रहे थे कि तभी अचानक बिजली चली गई। इससे वहां अंधेरा छा गया और उन्हें मोबाइल टॉर्च की रोशनी में भाषण पूरा करना पड़ा। इस घटना ने ऊर्जा मंत्री को इतना नाराज कर दिया कि उन्होंने अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई।
मऊ के सोनी धापा मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान ऊर्जा मंत्री ने मंच से अधिकारियों को चेतावनी दी। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि अब कोई गलती माफ नहीं होगी। यदि कोई ट्रांसफार्मर जलता है तो उसके साथ एक अधिकारी भी कार्रवाई की चपेट में आएगा। उन्होंने भ्रष्टाचार पर भी सख्त रुख अपनाने की बात कही और कहा कि भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जा रहे हैं।
कार्यक्रम के बाद जब ऊर्जा मंत्री मंदिर दर्शन के लिए पहुंचे, तो वहां भी बिजली कट गई। अंधेरे के कारण उनका जूता तक गुम हो गया। इससे उनकी नाराजगी और बढ़ गई। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार और लापरवाही के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जा रही है। चाहे वह किसी भी विभाग से संबंधित अधिकारी हो, लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
ऊर्जा मंत्री ने दो अधिकारियों को निलंबित करने के साथ ही अन्य दोषियों के खिलाफ भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बिजली व्यवस्था को सुचारु रूप से चलाने के लिए कड़े फैसले लिए जाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि वे अपनी कार्यशैली में सुधार लाएं, वरना उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।