Election Result: पूर्वांचल की राजनीति में चर्चित चेहरा ओमप्रकाश राजभर के 20 वर्षों के राजनीति की तपस्या का परिणाम कल यानी कि 4 जून को मतगणना के बाद आएगा क्योंकि ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर घोसी लोकसभा सीट से एनडीए गठबंधन के प्रत्याशी हैं। उनको जिताने के लिए ओमप्रकाश राजभर ने पूरी ताकत झोंक […]
Election Result: पूर्वांचल की राजनीति में चर्चित चेहरा ओमप्रकाश राजभर के 20 वर्षों के राजनीति की तपस्या का परिणाम कल यानी कि 4 जून को मतगणना के बाद आएगा क्योंकि ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर घोसी लोकसभा सीट से एनडीए गठबंधन के प्रत्याशी हैं। उनको जिताने के लिए ओमप्रकाश राजभर ने पूरी ताकत झोंक दिया था। यहां तक कि प्रधानमंत्री और सीएम योगी तक की बड़ी-बड़ी जनसभाएं हुईं।
ओमप्रकाश राजभर 2003 से घोसी लोकसभा सीट को नजर में लेकर राजनीति कर रहे हैं। राजभर जाति का गढ़ होने के चलते ओमप्रकाश राजभर ने बनारस से राजनीति छोड़कर के अपनी पार्टी का कार्यालय बलिया जिले के रसड़ा विधानसभा में बनाया। रसड़ा विधानसभा घोसी लोकसभा क्षेत्र में आता है। ऐसे में ओमप्रकाश राजभर रसड़ा को केंद्र बनाकर के बलिया मऊ और गाजीपुर के क्षेत्र में अपनी राजनीतिक जमीन तलाशनी शुरू की। यहां पर राजभर जाति के वोटो को ध्यान में रखते हुए ओम प्रकाश राजभर ने 20 वर्षों तक लगातार अपनी राजनीतिक समीकरण को यह सेट किया। जिसका परिणाम रहा कि ओमप्रकाश राजभर गाजीपुर के जहूराबाद से 2017 में विधानसभा का चुनाव जीत गए। वहीं 2022 में भी जहूराबाद से विधायक बने। पहली बार ओमप्रकाश राजभर ने लोकसभा का चुनाव अपने बेटे को घोसी से लड़ाया है।
अब देखना यह है कि ओमप्रकाश राजभर अपने लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन चुकी इस सीट को जीत पाते हैं या नहीं। कहा जा रहा है कि साइकिल यहां पर कुछ ज्यादा ही तेज रफ्तार से दौड़ी है। जीत का सेहरा किसके सर बंधता है ये तो कल पता चलेगा परंतु ओमप्रकाश के लिए पनघट की डगर थोड़ी टेढ़ी दिख रही है।