UP Rain News Today: यूपी में अगले 48 घंटों तक मानसून का तांडव जारी रहेगा। मौसम विभाग ने पश्चिमी यूपी के कई जिलों में भारी बारिश (UP Rain) और वज्रपात के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
UP rain monsoon orange yellow alert: उत्तर प्रदेश में मानसून इस समय अपने चरम पर है और अगले 48 घंटों में इसका प्रकोप और बढ़ने वाला है। मौसम विभाग ने पश्चिमी यूपी के ज्यादातर हिस्सों में भारी बारिश (UP Rain) और वज्रपात की संभावना जताई है। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण बारिश की तीव्रता और बढ़ने के आसार हैं। वहीं, कई जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है।
14 अगस्त की सुबह से ही पश्चिमी यूपी के कई जिलों में काले बादलों ने आसमान को घेर लिया। मुरादाबाद और संभल में रिमझिम बारिश (UP Rain) के कारण मौसम सुहावना हो गया है। लेकिन यह खूबसूरत नज़ारा खतरे के साथ भी आ रहा है, क्योंकि गरज-चमक के साथ तेज बारिश और बिजली गिरने की संभावना बनी हुई है।
मौसम विभाग ने पश्चिमी यूपी के लगभग सभी जिलों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश का ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। खासतौर पर सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर और बिजनौर में बहुत भारी बारिश (UP Rain) का ऑरेंज अलर्ट है। इसके अलावा मुरादाबाद, रामपुर, संभल, कासगंज, बदायूं, बरेली, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, शाहजहांपुर, फर्रुखाबाद, मैनपुरी, कानपुर, औरैया, जालौन, झांसी, ललितपुर, कन्नौज और हरदोई में येलो अलर्ट दिया गया है।
यूपी के बागपत, मेरठ, नोएडा, ग़ाज़ियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, आगरा, हाथरस, फिरोजाबाद, हापुड़, एटा, सीतापुर, बहराइच, लखनऊ, उन्नाव, फतेहपुर, बांदा, बाराबंकी, रायबरेली, चित्रकूट, कौशांबी, प्रतापगढ़, प्रयागराज, वाराणसी, संत रविदास नगर, चंदौली, मीरजापुर और सोनभद्र में गरज-चमक के साथ बारिश (UP Rain) होने की संभावना है। कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति भी बनी हुई है।
मौसम विभाग ने पूरे यूपी में मेघगर्जन और वज्रपात की संभावना जताई है। खासकर पश्चिमी जिलों में बिजली गिरने का खतरा ज्यादा है। प्रशासन ने लोगों को सलाह दी है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें, सुरक्षित स्थानों पर रहें और बारिश (UP Rain) के दौरान खुले में खड़े न हों।
मुरादाबाद जिले में भी 14 अगस्त को भारी बारिश (UP Rain) का येलो अलर्ट है। अगले दो दिनों में अधिकतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हो सकती है। हालांकि 15 अगस्त से बारिश की तीव्रता में कमी आने के संकेत मिले हैं।