रामलीला में उमड़ रही दर्शकों की भीड़, लोगों में भारी उत्साह, भगवान श्रीराम की आरती के साथ शुरू हुई रामलीला
मुरैना. पोरसा में चल रही रामलीला में श्रवण कुमार की कथा, दशरथ जी का मरण एवं भारत मिलाप की लीला का मंचन किया गया। रामलीला में सर्वप्रथम भगवान राम जी की आरती पूर्व कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष विष्णु प्रताप सिंह तोमर एवं सरपंच छोटेलाल शर्मा ने संयुक्त रूप से की।
रामलीला में श्रवण कुमार अपने नेत्रहीन माता-पिता को लेकर तीर्थ यात्रा कर रहा था अयोध्या में सरयू नदी के किनारे उनके पिताजी को प्यास लगी तो उन्होंने अपने पुत्र श्रवण कुमार से पानी मंगवाया, श्रवण कुमार सरयू नदी पर पानी भर रहा था वहां पर दशरथ जी शिकार खेल रहे थे मटका भरने की आवाज से दशरथ जी ने आवाज भेदी बांण चला दिया जिससे श्रवण कुमार की मृत्यु हो गई। तब दशरथ जी स्वयं श्रवण कुमार के माता-पिता जी के पास पानी लेकर पहुंचे, लेकिन नेत्रहीन माता-पिता ने पहचान लिया कि यह मेरा लडक़ा नहीं है तब उन्होंने उनका परिचय पूछा तब उन्होंने बड़ी मुश्किल से बताया कि मैं अयोध्या का राजा दशरथ हूं भूल बस मेरे से बाण से आपके पुत्र श्रवण कुमार की मृत्यु हो गई तब नेत्रहीन माता- पिता ने विलखते हुए दशरथ जी को श्राप दिया कि हम दोनों आज अपने पुत्र वियोग में प्राण त्याग रहे हैं तुम्हें भी पुत्र वियोग में प्राण त्यागने पड़ेंगे इस श्राप की बदौलत भगवान राम के बन जाने के बाद हे राम हे राम हे राम कहते हुए दशरथ जी ने अपने प्राण त्याग दिए।
श्री नागाजी सरोवर परिक्रमा भक्त मंडल की द्वारा आयोजित संभाग स्तरीय रामलीला में, मंच का संचालन नरेंद्र सिंह तोमर एवं हरिओम गुप्ता ने संयुक्त रूप से किया तथा मंगलवार को राम की भूमिका आदित्य सिंह तोमर, लक्ष्मण अमित शुक्ला, युवा दशरथ रामलखन तोमर तथा वृद्ध दशरथ की भूमिका राजू सिंह तोमर ने निभाई। सुमंत की भूमिका संजू सिंह तोमर, भरत की भूमिका सनी सिंह तोमर, अंधी माता की भूमिका सरीफ खान ग्वालियर, सीता की भूमिका रज्जो सिंह तोमर, श्रवण कुमार की भूमिका पूरन सिंह तोमर, अंधे पिता की भूमिका संन्जू सिंह तोमर, निषादराज की भूमिका रामनरेश सिंह, शत्रुघ्न की भूमिका आंस सिंह भदोरिया, केकई की भूमिका अमित सिंह परमार आगरा, कुबडी मंथरा की भूमिका सत्य प्रकाश श्रीवास्तव वकील, कौशल्या की भूमिका आशीष गुप्ता, सुमित्रा की भूमिका गिरधारी सिंह तोमर ने निभाई।