मुंबई

ठाकरे के बच्चे फ्रेंच-जर्मनी सीखते हैं और हिंदी बोलने पर…अर्नव की मौत पर भाजपा का फूटा गुस्सा

Arnav Khaire Suicide: महाराष्ट्र में हिंदी बनाम मराठी भाषा विवाद पिछले कई महीनों से सियासी मुद्दा बना हुआ है, लेकिन मुंबई के करीब कल्याण शहर में यह विवाद एक 19 वर्षीय छात्र की मौत की वजह बन गया।

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Nov 21, 2025
हिंदी-मराठी विवाद ने ले अर्नव की जान (Photo: IANS)

Hindi Marathi Language Row : मुंबई के पास कल्याण शहर में भाषा विवाद के चलते 19 साल के छात्र अर्नव खैरे ने आत्महत्या कर ली। उसके पिता ने आरोप लगाया है कि लोकल ट्रेन में वह मराठी में बात नहीं कर रहा था और इसी बात पर नाराज कुछ यात्रियों ने उसे बेरहमी से पीटा और अपमानित किया। इस घटना के बाद वह इतना तनाव में आ गया कि घर लौटकर उसने आत्महत्या कर ली। इस घटना पर अब राजनीति भी तेज हो गई है। भाजपा ने इसके लिए उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे को जिम्मेदार ठहराया है।

ठाणे जिले के कल्याण पूर्व के तिसगांव नाका इलाके में रहने वाले अर्नव खैरे (Arnav Khaire) ने मंगलवार को अपने घर में फांसी लगा ली। पढ़ाई में होशियार अर्नव को डॉक्टर बनना था। उसने कुछ महीने पहले ही मुलुंड के केलकर कॉलेज में फर्स्ट ईयर साइंस में दाखिला लिया था। 18 नवंबर की सुबह अर्नव रोज की तरह कॉलेज के लिए निकला था। उसका फर्स्ट क्लास का पास खत्म हो गया था, इसलिए उसने जनरल क्लास की टिकट निकाली और अंबरनाथ से आ रही लोकल ट्रेन में चढ़ गया। भीड़ ज्यादा होने की वजह से उसे धक्का लग रहा था, जिसके बाद उसने एक यात्री से हिंदी में कहा, “भाई थोड़ा और आगे जाओ, धक्का लग रहा है।“ इसी बात को लेकर 4-5 यात्रियों के समूह ने अर्नव की पिटाई शुरू कर दी।

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पिता बोले- भाषा के नाम पर विवाद न हो

अर्नव के पिता जीतेंद्र खैरे ने कहा, इस घटना से उनके बेटे को इतना गहरा सदमा लगा कि उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज कर सख्त कार्रवाई की मांग की है। खैरे ने अपील की कि भाषा को लेकर कोई विवाद नहीं होना चाहिए। मेरा बेटा तो चले गया, लेकिन भविष्य में ऐसी घटना किसी के साथ नहीं होनी चाहिए।

समाज में जहर घोल रहे उद्धव और राज- BJP

इस मामले पर भाजपा के मुंबई अध्यक्ष अमित साटम ने कहा, उद्धव और राज ठाकरे आप समाज में जो जहर फैला रहे हैं, कल्याण की घटना उसका ही परिणाम है। आपकी दोहरी और दिखावटी नीति का जवाब मराठी जनता देगी, आपको सबक सिखाएगी। ठाकरे के बच्चे फ्रेंच और जर्मन भाषा सीखते हैं, यहां तो हिंदी में एक वाक्य बोलने पर भी जान से हाथ धोना पड़ सकता है।

परिवार को न्याय दिलाएंगे- मनसे

उधर, इस घटना पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने पहली प्रतिक्रिया दी है। मनसे नेता संदीप देशपांडे ने कहा, हम पीड़ित मराठी छात्र के परिवार को न्याय दिलाने का प्रयास करेंगे। इस मामले में जो भी दोषी हैं, उन पर कार्रवाई होना जरूरी है। उन्होंने साफ कहा कि ऐसी घटना का किसी भी रूप में समर्थन नहीं किया जा सकता। मनसे पूरी तरह से अर्नव खैरे के परिवार के साथ खड़ी है।

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Updated on:
21 Nov 2025 07:37 pm
Published on:
21 Nov 2025 07:20 pm
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