Monsoon Exit: मानसून की विदाई शुरू हो चुकी है, इस बीच देश के कई हिस्सों में मौसम का मिजाज बदलता दिख रहा है।
Maharashtra Weather Update: मानसून भले ही विदाई की राह पर है, लेकिन देश के कई हिस्सों में मौसम अभी भी करवटें बदल रहा है। तीव्र पश्चिमी विक्षोभ के असर से उत्तर-पश्चिम भारत में भारी से बहुत भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई है। पहाड़ी राज्यों में इस सीजन की पहली बर्फबारी दर्ज की गई, जबकि कई जगहों पर लगातार बारिश से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। महाराष्ट्र में भी कई जगहों पर बिजली गिरने और तेज हवाओं के साथ बारिश का सिलसिला जारी है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, अगले 3-4 दिनों के दौरान गुजरात के शेष भागों, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ और भागों तथा महाराष्ट्र के कुछ भागों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। इस बीच, आईएमडी ने महाराष्ट्र के 21 जिलों के लिए अगले दो दिन आंधी-बारिश का अलर्ट जारी किया है।
मुंबई में इस साल भी मानसून अपनी तय तारीख पर विदा नहीं लेगा। आमतौर पर मानसून की वापसी 8 अक्टूबर तक हो जाती है, लेकिन इस बार मानसून की विदाई 10 या 11 अक्टूबर के आसपास हो सकती है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, शक्तिशाली चक्रवात ‘शक्ति’ और एक मजबूत पश्चिमी विक्षोभ के चलते मानसून की वापसी की प्रक्रिया प्रभावित हुई है। इसके चलते अगले कुछ दिनों तक राज्य में बारिश की गतिविधियां तेज हो जाएंगी।
मौसम विभाग ने बताया कि मानसून लौटने तक हल्की से मध्यम बारिश जारी रह सकती है। जबकि कुछ जगहों पर अगले 2-3 दिन में गरज के साथ बिजली गिरने की भी संभावना है। मंगलवार और बुधवार को ठाणे, पालघर, धुले, नंदुरबार, जलगांव, नासिक, सतारा, सांगली, सोलापुर, छत्रपति संभाजीनगर, जलना, हिंगोली, नांदेड, लातूर, धाराशिव, भंडारा, चंद्रपुर, गढ़चिरोली और गोंदिया में अलग-अलग स्थानों पर आंधी-तूफान के साथ बारिश की संभावना है। इन जिलों के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है। इस दौरान गरज-चमक के साथ हलकी से मध्यम बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं।
मौसम के जानकारों का कहना है कि चक्रवात शक्ति ने महाराष्ट्र में मानसून की सामान्य वापसी की प्रक्रिया को बाधित किया है। अक्टूबर में जो पूर्व-विदाई वाले गरज के साथ बारिश के दौर देखने को मिलते हैं, वे इस बार काफी कमजोर रहे हैं। साथ ही, पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर से आने वाली शुष्क हवाएं भी बादलों की गतिविधि को प्रभावित कर रही हैं। हालांकि, आईएमडी ने स्पष्ट किया है कि चक्रवात ‘शक्ति’ से महाराष्ट्र के तटीय इलाकों को कोई खतरा नहीं है।
वहीं, एक मौसम विश्लेषक ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बने दबाव क्षेत्र के कारण मानसून की वापसी में देरी हुई, लेकिन अब यह प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पूरी तरह से मानसून के लौटने में लगभग एक सप्ताह का समय लग सकता है। तब तक मुंबई में रुक-रुक कर हल्की बारिश होती रहेगी।