मुंबई

महाराष्ट्र के 394 स्कूलों में एक भी छात्र नहीं, 8000 में दस से कम छात्र, सामने आया चौंकाने वाला आंकड़ा

Maharashtra School : यह आंकड़े न सिर्फ शिक्षा विभाग की योजनाओं पर सवाल खड़े करती है, बल्कि ग्रामीण हिस्सों में शिक्षा के भविष्य को लेकर भी गंभीर चिंता जताती है।

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Oct 03, 2025
महाराष्ट्र के 394 स्कूलों में पढ़ते है शून्य छात्र (AI Image)

महाराष्ट्र में एक ओर शिक्षा विभाग गुणवत्ता वाली पढ़ाई के लिए प्रयासरत हैं, तो दूसरी ओर ग्रामीण भागों में स्कूलों की हालत लगातार चिंताजनक होती जा रही है। ‘यूडायस-प्लस’ (UDISE+) पर 30 सितंबर तक रजिस्टर्ड आंकड़ों के अनुसार, राज्यभर में 394 स्कूल ऐसे हैं जिनमें एक भी छात्र का नामांकन नहीं हुआ है। वहीं करीब 8 हजार स्कूलों में छात्रों की संख्या 10 से भी कम है।

वर्तमान शैक्षणिक वर्ष में राज्य में कुल 2 करोड़ 11 लाख 86 हजार 943 छात्रों का नामांकन (Enrollment) दर्ज हुआ है, जो पिछले साल की तुलना में करीब 7 हजार ज्यादा है। हालांकि, अभी भी 5 लाख छात्रों का पंजीकरण अधूरा है। ऐसे में आने वाले दिनों में यह संख्या और बढ़ सकती है। इसके बावजूद बड़ी संख्या में ग्रामीण भागों के स्कूलों में छात्रों की सख्या घट रही हैं। कई में तो गिनती के बच्चे रह गए हैं, जो राज्य की शिक्षा व्यवस्था के लिए चिंता का विषय है।

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किस जिले में सबसे ज्यादा खाली स्कूल?

30 सितंबर तक के आंकड़ों के मुताबिक, पुणे में सबसे ज्यादा 37 स्कूलों में शून्य छात्र का नामांकन हुआ हैं। इसके बाद रत्नागिरी में 24, नागपुर में 23 और बुलढाना में 21 स्कूल पूरी तरह खाली हैं। जबकि मुंबई की बात करें तो मुंबई उपनगर के 22 स्कूलों और मुंबई शहर के पांच स्कूलों में कोई भी छात्र नहीं है। ऐसे में ठाणे में 15, पालघर में 19 और रायगढ़ में 12 स्कूल बिना छात्र के हैं।

करीब 10 हजार स्कूलों में 10 से कम छात्र

रत्नागिरी जिले में 713 स्कूलों में छात्रों की संख्या 10 से कम है। पुणे में 627, रायगढ़ में 682 और सिंधुदुर्ग में 569 और कोल्हापुर में 317 स्कूल इसी स्थिति में हैं। मुंबई उपनगर में 360, मुंबई शहर में 34, ठाणे में 199 और पालघर में 124 स्कूलों में 10 से कम बच्चे पढ़ रहे हैं। कुल मिलाकर, पूरे राज्य में 7,946 स्कूल ऐसे हैं जहां सिर्फ 1 से 10 तक छात्र दर्ज हैं।

लगभग 52,573 स्कूलों में छात्रों की संख्या 11 से 100 के बीच हैं। इनमें अहमदनगर के 3,000 से ज़्यादा स्कूल, पुणे के लगभग 3,000 और नासिक के 2,600 से ज़्यादा स्कूल शामिल हैं।

भले ही राज्य में पिछले वर्ष की तुलना में छात्र नामांकन में वृद्धि दर्ज की गई है, लेकिन ग्रामीण स्कूलों की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है, जहां छात्र संख्या में गिरावट के कारण सैकड़ों स्कूलों पर बंद होने का खतरा मंडरा रहा है।

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Updated on:
03 Oct 2025 01:47 pm
Published on:
03 Oct 2025 01:46 pm
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