Maharashtra Municipal Elections Schedule: ओबीसी आरक्षण के मुद्दे के कारण राज्यभर में स्थानीय निकाय चुनाव पिछले कई वर्षों से लंबित थे। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद ये चुनाव आखिरकार संभव हो पाए।
महाराष्ट्र में लंबे समय से लंबित 29 महानगरपालिकाओं (Municipal Corporations) के चुनाव का कार्यक्रम आखिरकार घोषित कर दिया गया है। राज्य निर्वाचन आयोग ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऐलान किया कि मुंबई, ठाणे, पुणे सहित सभी 29 नगर निगमों (महापालिकाओं) के लिए 15 जनवरी को मतदान होगा और इसके नतीजे अगले ही दिन 16 जनवरी को घोषित किए जाएंगे। इस घोषणा के साथ ही आज से ही आचार संहिता लागू हो गई है।
महाराष्ट्र राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक, मुंबई (BMC Election) समेत 29 नगर निकायों के चुनाव 15 जनवरी को होंगे, जबकि नतीजे 16 जनवरी को घोषित किए जाएंगे। इन चुनावों के लिए 23 दिसंबर से 30 दिसंबर तक नामांकन पत्र स्वीकार किए जाएंगे। इसके बाद 31 दिसंबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। उम्मीदवारों के नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 2 जनवरी तय की गई है। 3 जनवरी को चुनाव चिह्नों का आवंटन किया जाएगा और अंतिम उम्मीदवारों की सूची जारी की जाएगी। इसके बाद 15 जनवरी को मतदान और 16 जनवरी को मतगणना होगी।
निर्वाचन आयोग ने बताया कि इन चुनावों में राज्य के 3 करोड़ 48 लाख मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। जिसके लिए 39,147 मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जिनमें से 10,111 मतदान केंद्र अकेले मुंबई में होंगे। चुनाव को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए 11,349 कंट्रोल यूनिट और 22,000 बैलेट यूनिट का उपयोग किया जाएगा।
राज्य निर्वाचन आयोग ने कुल 29 महानगरपालिकाओं के लिए चुनाव की घोषणा की है, जिनमें मुंबई, ठाणे, पुणे, नागपुर जैसे बड़े शहर शामिल हैं। यह चुनाव उन 27 नगर निगमों के लिए हो रहे हैं जिनका कार्यकाल समाप्त हो चुका है, साथ ही जालना और इचलकरंजी दो नई महानगरपालिकाओं में भी पहली बार चुनाव होंगे। प्रमुख रूप से बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के 227 वॉर्ड, पुणे के 162 वॉर्ड, नागपुर के 151 वॉर्ड, ठाणे के 131 वॉर्ड, नासिक के 122 वॉर्ड, पिंपरी-चिंचवड के 128 वॉर्ड और नवी मुंबई के 111 वॉर्ड क्षेत्रों में चुनाव होंगे। इसके अलावा, मीरा-भयंदर, पनवेल, भिवंडी-निजामपूर, कल्याण-डोंबिवली, वसई-विरार, उल्हासनगर, अहमदनगर, औरंगाबाद, अकोला, अमरावती, लातूर, नांदेड, कोल्हापुर, सांगली, सोलापुर, चंद्रपुर, धुले, जलगांव, मालेगांव, परभणी, जालना और इचलकरंजी में भी मतदाता अपने स्थानीय निकाय प्रतिनिधियों का चुनाव करेंगे।
बता दें कि ओबीसी आरक्षण के मुद्दे के कारण ये चुनाव पांच वर्षों से अधिक समय से लंबित थे। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद स्थानीय निकाय चुनावों का मार्ग प्रशस्त हुआ। इससे पहले 2 दिसंबर को नगर परिषद और नगर पंचायत चुनाव हुए थे।