Maharashtra Crime News: यह घटना एक बार फिर महाराष्ट्र में दहेज उत्पीड़न और महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा की गंभीरता को उजागर करती है।
पुणे जिले में एक बार फिर दहेज प्रताड़ना से जुड़ी दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। आंबेगांव बुद्रुक में रहने वाली 27 वर्षीय स्नेहा विशाल झेंडगे ने 9 अगस्त रक्षाबंधन के दिन ही अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आरोप है कि रक्षाबंधन के दिन पति ने धमकी दी थी कि अगर स्नेहा का भाई खाली हाथ आया तो वह उसे जान से मार देगा।
स्नेहा (27) के पिता कैलास सावंत ने इस मामले में पति विशाल झेंडगे, ससुर संजय झेंडगे, सास विठाबाई झेंडगे, देवर विनायक झेंडगे, ननद तेजश्री थिटे, ननद के पति परमेश्वर थिटे और ससुर के साढ़ू भाऊसाहेब कोल्हाल के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
शिकायत के अनुसार, स्नेहा और विशाल का विवाह पिछले वर्ष हुआ था। शुरुआती कुछ महीने सब ठीक रहा, लेकिन जल्द ही ससुरालवालों ने कथित तौर पर स्नेहा को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। पहले खाना न बनाने का बहाना बनाकर अपमान किया गया, फिर कंपनी शुरू करने के लिए 20 लाख रुपये लाने का दबाव डाला गया। इससे पहले भी स्नेहा 5 लाख रुपये जमीन खरीदने के लिए दे चुकी थी। लेकिन और पैसे के लिए पति समेत ससुरालवालों वाले उसे लगातार मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना देते थे। उसके साथ मारपीट की जाती और गालियां दी जाती।
स्नेहा ने पहले एक बार पुलिस में इसको लेकर मामला दर्ज कराया था, लेकिन ससुर के साढ़ू ने डराकर वह शिकायत वापस लेने पर मजबूर किया। इससे उसका मानसिक तनाव और बढ़ गया। आखिरकार, लगातार हो रहे उत्पीड़न से टूटकर उसने अपनी जान दे दी। स्नेहा के पिता ने बताया कि झेंडगे की वेलु में एक कंपनी है। जब स्नेहा का भाई वहां गया तो उसे अपमानित कर भगा दिया गया।
यह घटना एक बार फिर महाराष्ट्र में दहेज उत्पीड़न और महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा की गंभीरता को उजागर करती है। मृतक विवाहिता के पिता की शिकायत पर पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और आगे की जांच में जुटी है।