महाराष्ट्र सरकार के तीन मंत्रियों ने ओबीसी कार्यकर्ता लक्ष्मण हाके और नवनाथ वाघमारे से मुलाकात की और उनसे अनशन खत्म करने का आग्रह किया। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
OBC Vs Maratha Reservation : महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण के बाद अब ओबीसी आरक्षण का मुद्दा सरकार के लिए बड़ा सिरदर्द बन गया है। एक तरफ मराठा आंदोलनकारी मनोज जरांगे (Manoj Jarange) ओबीसी कोटे से आरक्षण देने की मांग पर अड़े हैं, तो वहीँ ओबीसी समुदाय इसका कड़ा विरोध कर रहा है।
ओबीसी आरक्षण प्रभावित न हो, इस मांग को लेकर ओबीसी नेता लक्ष्मण हाके (Laxman Hake) और नवनाथ वाघमारे अनशन पर बैठे हैं। ओबीसी कार्यकर्ताओं के अनशन का आज नौवां दिन है।
इसको लेकर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रतिक्रिया दी है। उन्हीने कहा, हमारा उद्देश्य दो समुदायों के बीच दरार पैदा नहीं होने देना है। इसके लिए आज शाम को सह्याद्रि में हमारी बैठक है। किसी भी समाज को यह नहीं लगना चाहिए कि उनका नुकसान हुआ है। हम कानून के दायरे में रहकर इस समस्या को सुलझाएंगे।
गौरतलब हो कि महाराष्ट्र के तीन मंत्रियों और विधान परिषद के एक सदस्य ने आज (21 मई) अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) कार्यकर्ता लक्ष्मण हाके और नवनाथ वाघमारे से मुलाकात की और उनसे अनशन खत्म करने का आग्रह किया।
शुक्रवार को मंत्री अतुल सावे, उदय सामंत और गिरीश महाजन तथा विधान परिषद के सदस्य गोपीचंद पडलकर ने जालना जिले के वाडीगोद्री गांव में धरना स्थल पर जाकर हाके और वाघमारे से मुलाकात की। इस दौरान शिवसेना के नवनिर्वाचित सांसद संदीपन भूमरे भी मौजूद थे।
पडलकर ने कहा कि ओबीसी समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल और राज्य सरकार के बीच मुंबई में एक बैठक आयोजित की गई है। हालांकि 13 जून से अनशन कर रहे हाके और वाघमारे ने अपना अनशन समाप्त करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने सरकार से लिखित आश्वासन मांगा है कि ओबीसी आरक्षण में कोई बदलाव नहीं होगा।
इस दौरान महाजन ने कहा कि हाके द्वारा नामित पांच ओबीसी नेता शाम पांच बजे सह्याद्रि में होने वाली बैठक में शामिल होंगे। बातचीत के बाद इस मुद्दे का समाधान निकल सकता है। सरकार किसी के साथ भी अन्याय नहीं होने देगी।