Mumbai Airport Bomb Threat : मुंबई एयरपोर्ट को बम की धमकी मिलने की घटना भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान और पीओके में आतंकी शिविरों पर हवाई हमले करने के कुछ समय बाद हुई है।
देश में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट मोड पर हैं। इस बीच, बुधवार को मुंबई के सहार एयरपोर्ट (Mumbai Sahar Airport) की हॉटलाइन पर एक फोन कॉल से हड़कंप मच गया, जिसमें चंडीगढ़ से मुंबई आ रही इंडिगो फ्लाइट (IndiGo Airlines) में बम होने की धमकी दी गई। जिसके चलते एयरपोर्ट पर तुरंत आपातकालीन सुरक्षा प्रक्रिया शुरू की गई। यात्रियों और क्रू मेंबर्स की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए फ्लाइट की पूरी जांच की गई।
मुंबई पुलिस ने बताया, "बुधवार रात सहार एयरपोर्ट की हॉटलाइन पर चंडीगढ़-मुंबई इंडिगो फ्लाइट में बम होने की सूचना मिली थी। फ्लाइट देर रात में मुंबई पहुंच गई और अभी तक कुछ भी संदिग्ध नहीं पाया गया है। जांच जारी है।"
यह धमकी ऐसे समय में आई है जब भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी ठिकानों पर बड़ी एयरस्ट्राइक की है। भारतीय सेना ने बुधवार रात डेढ़ बजे के करीब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया और जैश-ए-मोहम्मद (JeM), लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और हिजबुल मुजाहिद्दीन जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े 9 आतंकी शिविरों को निशाना बनाया। 25 मिनट तक चले ऑपरेशन सिंदूर में 9 जगहों पर 21 आतंकवादी कैंप तबाह किए गए। इस ऑपरेशन में 70 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की सूचना है। आतंकी संगठन जेईएम प्रमुख मसूद अजहर के 10 रिश्तेदार भी मारे गए।
भारतीय सेना ने कहा कि यह सैन्य कार्रवाई 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। इस ऑपरेशन में सिर्फ आतंकियों को निशाना बनाया गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद से भारतीय हवाई क्षेत्र पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और स्थिति को राष्ट्रीय आपातकाल जैसी संवेदनशीलता से संभाला जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियां मामले की गंभीरता से जांच कर रही हैं और किसी भी प्रकार की अनहोनी को रोकने के लिए हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
वहीं, नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) भी हालात पर नजर बनाए हुए है और यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है।
इंडिगो एयरलाइंस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी है कि श्रीनगर, जम्मू, अमृतसर, लेह, चंडीगढ़, धर्मशाला और बिकानेर से आने-जाने वाली फ्लाइट्स पर हवाई क्षेत्र की स्थिति में बदलाव के कारण असर पड़ा है।