मुंबई

पोंजी स्कीम घोटाले में फंसे राज कुंद्रा, ED ने कुर्क की 98 करोड़ की संपत्ति, शिल्पा शेट्टी का फ्लैट भी शामिल

Raj Kundra Shilpa Shetty : ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में कुंद्रा की 97.97 करोड़ की संपत्ति कुर्क कर दी है।

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Apr 18, 2024

ED Action on Raj Kundra : अश्लील कंटेंट बनाने को लेकर विवादों में आने वाले व्यवसायी राज कुंद्रा अब बिटकॉइन पोंजी स्कीम (Bitcoin Ponzi Scam) मामले में फंस गए है। अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में कुंद्रा की 97.97 करोड़ की संपत्ति कुर्क कर ली है।

अधिकारिक बयान के मुताबिक, मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत रिपु सूदन कुंद्रा उर्फ ​​राज कुंद्रा से संबंधित 97.79 करोड़ रुपये की अचल और चल संपत्तियों को कुर्क किया गया है। इसमें मुंबई के पॉश इलाके जुहू में स्थित आवासीय फ्लैट भी शामिल है, जो वर्तमान में उनकी पत्नी शिल्पा शेट्टी के नाम पर है। इसके अलावा राज कुंद्रा के नाम का पुणे स्थित आवासीय बंगला और इक्विटी शेयर पर ईडी ने जब्त कर लिया है।

क्या है पूरा मामला?

ईडी ने महाराष्ट्र पुलिस और दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज कई एफआईआर के आधार पर एक बिटकॉइन मामले की जांच कर रही है। इस मामले में मेसर्स वेरिएबल टेक पीटीई लिमिटेड, स्वर्गीय अमित भारद्वाज, अजय भारद्वाज, विवेक भारद्वाज, सिम्पी भारद्वाज, महेंद्र भारद्वाज और कई एमएलएम एजेंटों के खिलाफ महाराष्ट्र और दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। आरोपियों ने बिटकॉइन के रूप में प्रति माह 10% रिटर्न के झूठे वादे के साथ निवेशकों को करोड़ों की चपत लगाई।

ईडी की जांच में पता चला कि राज कुंद्रा को यूक्रेन में बिटकॉइन माइनिंग फार्म स्थापित करने के लिए गेन बिटकॉइन पोंजी घोटाले के मास्टर माइंड और प्रमोटर अमित भारद्वाज से 285 बिटकॉइन मिले थे। आरोप है कि उक्त बिटकॉइन अमित भारद्वाज द्वारा ठगे गए निवेशकों के पैसे से जुटाए गए थे। हालांकि यह सौदा सफल नहीं हुआ। इस वजह से कुंद्रा के पास अभी भी 285 बिटकॉइन हैं, जिनकी कीमत वर्तमान में 150 करोड़ रुपये से अधिक है।

इससे पहले, इस मामले में कई तलाशी अभियान चलाए गए थे और 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। पिछले साल 17 दिसंबर को सिम्पी भारद्वाज, 29 दिसंबर को नितिन गौड़ और 16 जनवरी को निखिल महाजन को गिरफ्तार किया गया। ये सभी अभी न्यायिक हिरासत में हैं। जबकि मुख्य आरोपी रहे अजय भारद्वाज और महेंद्र भारद्वाज अभी भी फरार हैं।

बिटकॉइन पोंजी घोटाला (Bitcoin Ponzi Scam) क्या है?

एजेंसी के अनुसार, आरोपियों ने बिटकॉइन के रूप में निवेश की पोंजी स्कीम शुरू की थी। इसके जरिये 2017 में ही 6600 करोड़ रुपये की धनराशि जुटाई गई। निवेशकों को बिटकॉइन के फॉर्म में प्रति माह 10% रिटर्न का झूठा वादा किया गया था।

Updated on:
18 Apr 2024 01:50 pm
Published on:
18 Apr 2024 12:55 pm
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