Marathi Row: मुंबई में जब एक मराठी भाषी यात्री ऑटोरिक्शा में बैठा तो उसने रिक्शा चालक से मराठी में बात करने को कहा। इसको लेकर दोनों में तीखी बहस हुई।
बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) चुनाव करीब आते ही मुंबई में एक बार फिर मराठी और परप्रांतीय विवाद जोर पकड़ रहा है। ताजा मामला मुंबई उपनगर के मुलुंड से सामने आया है, जहां एक उत्तर भारतीय रिक्षा चालक को मराठी भाषा में बात नहीं करने पर और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने के लिए पीटा गया। हालांकि पुलिस ने बताया कि इस संबंध में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।
जानकारी के मुताबिक, एक मराठी भाषी पैसेंजर जब रिक्षा में बैठा तो उसने रिक्षा चालक से मराठी में बात करने के लिए कहा। लेकिन चालक ने मराठी नहीं आने की बात कहते हुए बोलने से इनकार कर दिया। इस पर उसकी यात्री से तीखी बहस हो गई, इस दौरान यात्री ने चेतावनी दी कि वह इसकी जानकारी मनसे को देगा। जिस पर रिक्षा चालक ने कहा कि मनसे प्रमुख राज ठाकरे उसका क्या उखाड़ लेंगे?
इस पूरी घटना का वीडियो मराठी भाषी यात्री ने रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर साझा कर दिया, जो देखते ही देखते वायरल हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद मनसे कार्यकर्ताओं ने चालक का पता लगाया और उसे पकड़कर मुलुंड चेक नाका इलाके में पार्टी कार्यालय ले आए। आरोप है कि पार्टी कार्यालय में मनसे कार्यकर्ताओं ने रिक्शा चालक के साथ मारपीट की और जबरन माफी मंगवाया।
मनसे कार्यकर्ताओं से घिरे पीड़ित रिक्शा चालक जमुनाप्रसाद का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह हाथ जोड़कर माफी मांगते हुए कह रहें ही, "मैं सबके सामने माफी मांगता हूं। मुझसे गलती हुई। मैं पैरों पर गिरकर माफी मांगता हूं। राजसाहेब ठाकरे मुझे माफ करें। अब से कभी ऐसा व्यवहार नहीं करूंगा। जय महाराष्ट्र!"
इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी मनसे कार्यकर्ताओं द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया है। वीडियो में यह भी दिख रहा है कि माफी मांगते समय चालक जमुनाप्रसाद को थप्पड़ भी मारा गया। एक तरफ मनसे इस मामले को मराठी अस्मिता का सवाल बता रही है, वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग इसे मनसे द्वारा कानून हाथ में लेकर गुंडागर्दी करार दे रहे हैं। फिलहाल इस मामले पर प्रशासन की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।