Maharashtra Politics: सीएम फडणवीस ने उद्धव ठाकरे के बेटे व पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे के उस बयान पर कटाक्ष किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि शिवसेना शिंदे गुट के 22 विधायक भाजपा में शामिल होने के लिए तैयार हैं।
महाराष्ट्र की राजनीति में निकाय चुनाव के चलते एक बार फिर दल-बदल को लेकर बयानबाजी तेज हो गई है। शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने सोमवार को बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के एक सहयोगी दल (शिवसेना) के 22 विधायक मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के करीबी बन गए हैं और पाला बदलने के लिए तैयार हैं। हालांकि, आदित्य ठाकरे ने सीधे तौर पर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना का नाम नहीं लिया।
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई में जून 2022 में शिवसेना में सबसे बड़ी बगावत हुई, जिसके बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई थी। लंबी कानूनी लड़ाई के बाद एकनाथ शिंदे गुट को विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने 'असली शिवसेना' के तौर पर मान्यता दी। शिंदे गुट वर्तमान में बीजेपी और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की एनसीपी के साथ मिलकर 'महायुति' सरकार का हिस्सा है। जबकि उद्धव खेमा कांग्रेस और शरद पवार नीत एनसीपी के साथ है।
सोमवार को महाराष्ट्र विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में पहुंचे शिवसेना (उद्धव गुट) विधायक आदित्य ठाकरे ने शिंदे गुट का नाम लिए बिना कहा, "सत्तारूढ़ गठबंधन में एक पार्टी और दो गुट हैं। एक गुट के 22 विधायक मुख्यमंत्री (देवेंद्र फडणवीस) के करीब आ गए हैं।" उन्होंने आगे कहा कि इन विधायकों को अच्छा फंड मिल रहा है और वे मुख्यमंत्री की हर बात मानने लगे हैं।
विधानभवन परिसर में मीडिया से बात करते हुए पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने दावा किया कि ये 22 विधायक पाला बदलने के लिए भी तैयार हैं। साथ ही उन्होंने राज्य के उद्योग मंत्री उदय सामंत की ओर इशारा करते हुए यह भी कहा कि इन 22 विधायकों में से एक खुद को उप-कप्तान कहता है।
इससे पहले शिवसेना (यूबीटी) ने दावा किया था कि शिंदे के करीबी सामंत को भाजपा राज्य का तीसरा उपमुख्यमंत्री बना सकती है। सामंत के समर्थन में कई शिवसेना विधायक खड़े हैं। वह शिंदे सेना में बड़ी सेंध लगा सकते हैं।
आदित्य ठाकरे के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पलटवार किया और इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया। नागपुर में पत्रकारों के सवाल पर फडणवीस ने कहा, "कहने के लिए कल कोई यह भी कह सकता है कि आदित्य ठाकरे की पार्टी में जो 20 विधायक बचे हैं, वे भी बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। किसी के कहने मात्र से ऐसा नहीं होता।"
उन्होंने स्पष्ट किया, "हम शिंदे की शिवसेना के विधायकों को लेकर क्या करेंगे? शिवसेना (शिंदे गुट) हमारा मित्र दल है और वह असली शिवसेना भी है। हम मित्र दल के विधायकों को लेकर इस प्रकार की राजनीति नहीं करते।"
सीएम फडणवीस ने यह भी कहा कि वे शिवसेना को मजबूत करने के लिए उनके साथ खड़े हैं और भविष्य में शिवसेना, बीजेपी का गठबंधन और भी मजबूत होगा।