मुजफ्फरनगर में सोशल मीडिया पर हिरासत में लिए गए बदमाशों ने फिल्मी गाने पर रील बनाते हुए पुलिस को चुनौती दे डाली। रील वायरल होते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
सोशल मीडिया के इस दौर में फेमस होने के लिए अपराधी भी तरह तरह के तरीके अपना रहे हैं।मुजफ्फरनगर में सोशल मीडिया पर कानून और पुलिस का मजाक उड़ाने वाली एक रील ने न सिर्फ लोगों में चर्चा का केंद्र बन गया बल्कि पुलिस विभाग में भी हड़कंप मचा दिया।
जानकारी के मुताबिक यह मामला तितावी थाना क्षेत्र के पिथौरा गांव का है। यहां के अर्जुन, कुणाल और पंकज ने 8 दिसंबर को गांव के ही कुछ लोगों के साथ मारपीट की थी। इस घटना के बाद पुलिस ने तीनों के खिलाफ मामला दर्ज किया। जांच के बाद पुलिस ने 14 दिसंबर को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और धारा 151 के तहत एसडीएम सदर की कोर्ट में पेश किया।
कोर्ट में पेशी के दौरान तीनों आरोपी हथकड़ी पहने हुए कोर्ट परिसर के बाहर बैठे थे। उनके साथ पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। इसी दौरान आरोपियों ने हंसते हुए और मूंछों पर ताव देते हुए एक फिल्मी डायलॉग पर रील बनवाई। रील में आरोपी कहते नजर आए कि थाने में एक-दो घंटे रहने से क्या फर्क पड़ता है और जेल जाने से तो नेता बनते हैं। यह रील सोशल मीडिया पर डाल दी गई, जो बहुत तेजी से वायरल हो गई।
रील के वायरल होते ही आम लोगों में चर्चा शुरू हो गई। लोगों का कहना था कि आरोपी खुलेआम कानून और पुलिस का मजाक उड़ा रहे हैं। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने तुरंत संज्ञान लिया और रील की जांच शुरू कर दी। जांच के बाद तितावी थाना पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज की।
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अर्जुन और कुणाल को दोबारा गिरफ्तार कर लिया। तीसरा आरोपी पंकज अभी फरार है, जिसकी तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है। दोबारा गिरफ्तारी के बाद पुलिस की दवा से आरोपियों की हालत पूरी तरह बदल गई। उनका रौब और अंदाज पूरी तरह गायब नजर आया।
इस पूरे मामले पर CO फुगाना नीरज सिंह ने बताया कि 8 दिसंबर को गांव पिथौरा में मारपीट की घटना हुई थी। इसके बाद 14 दिसंबर को आरोपियों को चालान कर कोर्ट भेजा गया। जमानत के समय आरोपियों ने फिल्मी गाने पर रील बनाई, जो वायरल हो गई। इसी को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, एक अन्य की गिरफ्तारी के लिए दबिश जारी है।