नागौर

Nagaur: नमक नगरी नावां में बेमौसम बारिश में घुल गया नमक, 500 करोड़ के कारोबार पर संकट

नागौर में नमक नगरी नावां के नमक उत्पादन पर बेमौसम बारिश ने कहर बरपाया है। जून के प्रथम सप्ताह में हुई 30 से 40 मिलीमीटर बारिश ने नमक का स्वाद पानी में घोल दिया। उत्पादन गिरने से नमक उद्योग संकट में है।

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Aug 06, 2025

Salt City Navan:: नागौर में नमक नगरी नावां के नमक उत्पादन पर बेमौसम बारिश ने कहर बरपाया है। जून के प्रथम सप्ताह में हुई 30 से 40 मिलीमीटर बारिश ने नमक का स्वाद पानी में घोल दिया। उत्पादन गिरने से नमक उद्योग संकट में है। रिफाइनरियों में काम कम होने और खारड़ों में पानी भरा होने से श्रमिक बेरोजगार बैठे हैं। हर साल मई-जून में तेज धूप नमक उत्पादन के लिए संजीवनी का काम करती है। इस वर्ष जून के आखिरी सप्ताह में बारिश के कारण खारड़ों में तैयार हो रहा नमक पानी में घुल गया। इससे दर्जनों गांवों के नमक उत्पादकों व रिफाइनरी संचालकों को लाखों रुपए का नुकसान झेलना पड़ा।

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उत्पादन प्रभावित होने के ये भी कारण

नमक कारोबारी रामेश्वर रणवां व विष्णु मोदी ने बताया कि बेमौसम बारिश से नमक उत्पादन में गिरावट के साथ दो प्रमुख कारण और भी है। एक सांभर झील में बन रहे देश के पहले रेलवे टेस्ट ट्रैक के कारण सैकड़ों बीघा भूमि अधिगृहित कर ली गई है। दूसरा उद्यमियों के प्रति प्रशासन का नकारात्मक रवैया नमक मंडी के लिए खतरा बन गया है।

करीब 2000 करोड़ का है कारोबार

उद्यमी राजेश गोयल व नागेन्द्र रणवा बताते हैं कि नावां नमक मंडी से देश का 10 प्रतिशत नमक उत्तरी भारत में रेल तथा सड़क मार्ग से जाता है। इसमें 2000 हजार से अधिक नमक इकाइयों तथा 25 से अधिक रिफाइनरियों मेे 2000 हजार करोड़ का कारोबार होता है, लेकिन इस बार सीजन शुरू होने पर 15 दिन नमक उत्पादकों ने भाव कम होने के कारण हड़ताल रखी। इसके बाद बारिश ने कारोबार प्रभावित किया है। इसके चलते करीब 500 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है।

60 हजार लोगों को मिल रहा रोजगार

नमक विभाग के अनुसार राजस्थान में देश का लगभग 25 लाख मीट्रिक टन नमक उत्पादन होता है। खासकर सांभर झील के आस-पास के क्षेत्रों में नमक का उत्पादन होता है। नावां में स्थापित करीब 25 से अधिक निजी नमक रिफाइनरियों व खारड़ों से करीब 60 हजार लोग रोजगार से जुड़े हैं।

सालाना नमक उत्पादन एक नजर आकंड़े लाख मीट्रिक टन में
वर्ष 2023- 17.12 2024- 12.06
वर्ष 2022- 20.01 2023- 18.02
वर्ष 2020- 25.75 2021-24.80
वर्ष 2019- 20.54 2020- 25.75

सीजन में बारिश से नुकसान

इस बार नमक उत्पादन में करीब 40 से 50 प्रतिशत की गिरावट आई है। इसका मुख्य कारण सीजन के समय बारिश होना रहा। तेज गर्मी में नमक बनता है। इस बार मई-जून में बेमौसम बारिश हुई। इससे नमक मंडी को काफी नुकसान हुआ है।
दिनेश जांदू, अध्यक्ष, साल्ट डवलपमेंट एंड वेलफेयर सोसायटी नावां

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Published on:
06 Aug 2025 11:33 am
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