MP News: नर्मदा नदी का पवित्र जल मटमैला हो गया है। कोरी घाट नाले से गंदा पानी मिलने से झाग फैल गया, श्रद्धालु मजबूरी में गंदगी हटाकर स्नान कर रहे हैं।
Narmada River Pollution Foam:नर्मदापुरम में नर्मदा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) की फटकार के बाद भी कोरी घाट के नाला से पूरे शहर का गंदा पानी पवित्र जल में डाला जा रहा है। गंदगी के कारण नर्मदा जल में पिछले दो दिनों से मटमैला झाग बना हुआ है। हालत यह है श्रद्धालुओं को अपने हाथों से गंदगी हटाकर स्नान करना पड़ रहा है। (mp news)
कोरी घाट नाले के गंदा पानी से सेठानी घाट तक नर्मदा जल में झाग और उससे बने बुलबुले सीढ़ियों और गुर्जी के बीच जमा हो गए हैं। इससे नर्मदा जल भी मटमैला होने लगा है। रोजाना सुबह सेठानी घाट, मोरछली घाट, नाव घाट पर स्नान करने वाले श्रद्धालुओं को अपने हाथों से नर्मदा जल से गंदगी को साफ कर डुबकी लगाना पड़ रही है।
सीढ़ियों और किनारों से झाग और बुलबुलों को हटाकर श्रद्धालु किसी तरह जगह बनाकर सूर्य को जल अर्पित कर पाते हैं। काले महादेव मंदिर के नीचे से मंगलवारा घाट के किनारे तक तो झाग के कारण श्रद्धालुओं को दूसरे घाटों पर जाकर पूजन करना पड़ रही है। घाट पर तैनात सफाई अमला भी पवित्र जल से झाग को नहीं हटा पा रहा है। (mp news)
नवरात्र में स्थापित होने वाली देवी देवताओं की कई प्रतिमाओं को सेठानी घाट पर विसर्जन किया गया है। यहां प्रतिमाओं को घाट किनारे पवित्र जल में वसर्जित कर उसके पटे (स्टैंड) पानी में छोड दिए गए हैं। इन्हें अभी तक पानी से बाहर नहीं निकला गया है। इस कारण श्रद्धालुओं को स्नान करने में परेशानी हो रही है।
नाले के पानी से बनने वाले झाग को दिन में स्नान करने वाले श्रद्धालु हटा देते हैं। रात में स्नान बंद होने और पानी स्थिर होने से रातभर में नाला का पानी किनारों पर जमा हो जाता है। इससे भारी मात्रा में झाग और बुलबुले बन जाते हैं।
नर्मदा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए एमपीयूआईडीसी घरों से निकलने वाले निकासी के पानी के लिए सीवरेज लाइन डाली जा रही है। इसमें कोरी घाट नाला को बंद करने के लिए भी एक एसटीपी प्लांट निर्माण प्रस्तावित है। पंप हाउस के पास जगह भी चिन्हित कर दी गई है लेकिन एसटीपी प्लांट का निर्माण अभी तक शुरू नहीं हुआ है। इस कारण नाले से रोजाना गंदा पानी नर्मदा में मिल रहा है।
नाले के गंदा पानी के कारण नर्मदा जल में झाग और बुलबुले बन रहे हैं। इससे नर्मदा में प्रदूषण की मात्रा की जांच करेंगे। पिछले दिनों सीवरेज लाइन और एसटीपी प्लांट बनाने वाली कंपनी को नोटिस दिया था। कंपनी ने दिसंबर तक एसटीपी प्लांट निर्माण पूर्ण करने के लिखित आश्वासन दिया है।- रवि भारती, प्रभारी, नर्मदापुरम प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मंडीदीप