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सीनियर MBBS छात्र जूनियर का कर रहे थे मेंटली हैरेसमेंट, CCTV में कैद हुई घटना: 2 साल के लिए निलंबित

MBBS Student: स्वास्थ्य मंत्री प्रफुल्ल पनशेरिया ने बताया कि सात तृतीय वर्ष के छात्र और सात द्वितीय वर्ष के छात्र प्रथम वर्ष के छात्रों को परेशान कर रहे थे और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे।

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रैगिंग (फाइल फोटो)

गुजरात की राजधानी गांधीनगर में रैगिंग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का मामला सामने आया है। गांधीनगर के मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च सोसाइटी (जीएमईआरएस) मेडिकल कॉलेज में 14 एमबीबीएस छात्रों को छह महीने से दो साल के लिए छात्रावास से निष्कासित कर दिया गया। बताया जा रहा है कि आरोपी छात्रों ने प्रथम वर्ष के छात्रों के साथ कथित रैगिंग की थी।

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प्रथम वर्ष के छात्रों के साथ की गई थी रैगिंग

यह कार्रवाई पिछले सप्ताह प्रथम वर्ष के छात्रों की शिकायत के आधार पर कॉलेज प्राधिकारियों द्वारा की गई जांच के बाद की गई। शिकायत के अनुसार, एमबीबीएस के दूसरे और तीसरे वर्ष के छात्रों ने कथित तौर पर प्रथम वर्ष के छात्रों को छात्रावास परिसर में खड़ा करके उनके साथ रैगिंग की थी।

आरोपी छात्रों को दो साल के लिए किया निष्कासित

स्वास्थ्य मंत्री प्रफुल्ल पनशेरिया ने इस कार्रवाई के बारे में बताया कि सात तृतीय वर्ष के छात्र और सात द्वितीय वर्ष के छात्र प्रथम वर्ष के छात्रों को परेशान कर रहे थे और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे। ये सभी गांधीनगर के जीएमईआरएस मेडिकल कॉलेज में थे। शिकायत मिलने के बाद तत्काल जांच की गई और इस घटना में शामिल सात तृतीय वर्ष के छात्रों को दो साल के लिए और अन्य सात द्वितीय वर्ष के छात्रों को छह महीने के लिए छात्रावास से निष्कासित कर दिया गया।

सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई घटना

प्रफुल्ल पनशेरिया ने आगे बताया कि रैगिंग की शिकायत मिलने के बाद सीसीटीवी कैमरों की फुटेज जांची गई। उन्होंने आगे कहा कि तीसरे वर्ष के सात और दूसरे वर्ष के सात छात्रों ने प्रथम वर्ष के छात्रों के साथ असामाजिक और अनैतिक व्यवहार किया। सभी दोषी छात्रों को दो साल और बाकी छात्रों को छह महीने के लिए निलंबित कर दिया गया है और उन्हें अपने व्यवहार में सुधार लाने की सख्त हिदायत दी गई है।

रैगिंग के खिलाफ कहां करें शिकायत

आपको बता दें कि रैगिंग करना एक गंभीर अपराध है। पकड़े जाने या शिकायत करने पर आरोपियों के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए जा सकते हैं। कोई भी छात्र अपने संस्थान के प्रमुख को शिकायत कर सकता है, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की हेल्पलाइन नंबर \(1800-180-5522\) पर कॉल कर सकता है, helpline@antiragging.in पर ईमेल भेज सकता है, या antiragging.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकता है। गंभीर मामलों में पुलिस में एफआईआर दर्ज करा सकते हैं। 

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Published on:
25 Nov 2025 05:09 pm
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