Naxalites Surrender: झारखंड जनमुक्ति परिषद (जेजेएमपी) नक्सली संगठन को बड़ा झटका लगा। जेजेएमपी संगठन के 9 सक्रिय नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
Naxalites Surrender: झारखंड जनमुक्ति परिषद (जेजेएमपी) नक्सली संगठन को सोमवार को बड़ा झटका लगा, जब 9 सक्रिय नक्सलियों ने लातेहार के एसपी कार्यालय में सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और झारखंड पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में यह सरेंडर हुआ। सीआरपीएफ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर इसकी जानकारी साझा करते हुए इसे नक्सलवाद के खिलाफ बड़ी सफलता बताया।
आत्मसमर्पण करने वालों में जोनल और सब-जोनल कमांडर के साथ-साथ 5 नकद इनामी नक्सली शामिल हैं। इन नक्सलियों ने भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद जमा किए, जिनमें 5 एके राइफल, 3 एसएलआर, 4 सेल्फ-लोडिंग राइफल, 26 मैगजीन और 1,700 से ज्यादा जिंदा कारतूस शामिल हैं। यह बरामदगी नक्सलियों की सशस्त्र ताकत को कमजोर करने में महत्वपूर्ण कदम है।
हाल ही में झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में पुलिस ने एक अन्य सफल अभियान में छत्तीसगढ़ के कुख्यात माओवादी कमांडर संदीप उर्फ हिडिमा पाडेयाम और माओवादी एरिया कमेटी के सदस्य शिवा बोदरा उर्फ शिबु को गिरफ्तार किया था। चाईबासा के पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर एएसपी पारस राणा के नेतृत्व में कोबरा 209 बटालियन और पुलिस ने सारंडा जंगल में अभियान चलाया। इस दौरान एक पिस्टल, 11 कारतूस, दो मैगजीन, दो वॉकी-टॉकी, डेटोनेटर और आईईडी बनाने का सामान बरामद किया गया।
झारखंड में नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों की यह लगातार कार्रवाई नक्सली संगठनों की कमर तोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। लातेहार में 9 नक्सलियों का आत्मसमर्पण और पश्चिमी सिंहभूम में दो नक्सलियों की गिरफ्तारी से यह साफ है कि सुरक्षा बल नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।