Woman Telecaller berates CRPF Jawan: महिला टेलीकॉलर ने सीआरपीएफ के एक जवान को फोन कर काफी बदतमीजी की। उन्हें मूर्ख बताया। इस घटना का ऑडियो क्लिप वायरल हो रहा है।
Woman telecaller misbehaved CRPF soldier:सोशल मीडिया पर एक लीक ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद विवाद खड़ा हो गया है। इस ऑडियो क्लिप में एक महिला टेलीकॉलर ने कर्ज विवाद को लेकर एक अर्धसैनिक बल के जवान के साथ बदसलूकी करती हुई सुनाई दे रही हैं।
अनुराधा वर्मा नाम की महिला सीआरपीएफ जवान पर कर्ज चुकाने का दबाव बनाते हुए अपमानजनक बातें करती सुनाई दे रही है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ऑडियो क्लिप को लेकर यूजर्स महिला को बहुत खरीखोटी सुना रहे हैं। कुछ लोगों महिला को सख्त सजा देने की मांग भी कर रहे हैं।
लीक हुए ऑडियो में महिला कहती है, "अगर तुम पढ़े-लिखे होते, तो किसी अच्छी कंपनी में काम करते। तुम अनपढ़ हो इसीलिए तुम्हें सीमा पर भेजा गया।" इसके बाद वह आगे कहती है, "तुम्हें किसी और का पैसा नहीं हड़पना चाहिए, इसीलिए तुम्हारे बच्चे विकलांग पैदा होते हैं।"
"आप मुझे क्या सिखाएंगे? मैं भी एक रक्षा परिवार से हूं। आप कर्ज़ लेकर जी रहे हैं, लेकिन मुझे ज्ञान दे रहे हैं?"
ऑडियो क्लिप के वायरल होते ही लोगों में आक्रोश भर गया। कुछ सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने दावा किया कि वर्मा एचडीएफसी बैंक से जुड़ी हैं। विवाद के जवाब में, एचडीएफसी बैंक ने शुक्रवार (19 सितंबर) को एक बयान जारी कर अनुराधा वर्मा से खुद को अलग कर लिया और स्पष्ट किया कि वह बैंक की कर्मचारी नहीं हैं।
एचडीएफसी के बयान में कहा गया है, "यह सोशल और ऑनलाइन मीडिया पर प्रसारित एक ऑडियो क्लिप के संदर्भ में है, जिसमें एक महिला सीआरपीएफ के एक जवान से असम्मानजनक बातें करती सुनाई दे रही है। कई पोस्ट में उसे एचडीएफसी बैंक की कर्मचारी के रूप में गलत तरीके से पहचाना गया है।"
इसमें कहा गया है, "हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि यह व्यक्ति एचडीएफसी बैंक का कर्मचारी नहीं है। क्लिप में सुनाई देने वाला आचरण न तो स्वीकार्य है और न ही एक संगठन के रूप में हमारे मूल्यों को दर्शाता है।"
इसके बाद अनुराधा वर्मा का एक ऑडियो क्लिप भी वायरल हुआ, जिसमें वह सीआरपीएफ कर्मियों से अपने कृत्य के लिए माफ़ी मांगती दिख रही हैं। वर्मा को यह कहते हुए सुना जा सकता है, "नमस्ते सर, अनुराधा। मुझे तो यह भी नहीं पता कि यह कैसे हुआ। चाहे कुंठा के कारण, पारिवारिक दबाव के कारण या काम के दबाव के कारण, मुझसे अनजाने में गलती हो गई।"
उन्होंने कहा, "सशस्त्र बलों की भावनाओं को ठेस पहुंचाना मेरा कभी इरादा नहीं था। मैं अपने शब्द वापस नहीं ले सकती लेकिन मैं अपने कृत्य के लिए माफ़ी मांग सकती हूँ। मुझे शर्म आती है कि मैंने ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया।"