Ahmedabad Plane Crash की प्राथमिक जांच रिपोर्ट सामने आ गई है। इसमें इंजन फेलियर को हादसे की मुख्य वजह बताई गई है। फिलहाल, मामले की जांच जारी है।
अहमदाबाद प्लेन क्रैश ( Ahmedabad Plane Crash) के एक महीने बाद शुरुआती जांच रिपोर्ट आ गई है। एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने 12 जुलाई को 15 पन्नों की रिपोर्ट सार्वजनिक की। प्रारंभिक जांच के मुताबिक हादसा विमान (Plane Crash) के दोनों इंजन के बंद होने के कारण हुआ था।
जांच रिपोर्ट के मुताबिक टेकऑफ (Takeoff) के तुरंत बाद एक-एक करके दोनों इंजन बंद हो गए। इस दौरान कॉकपिट की रिकॉर्डिंग से पता चला कि एक पायलट ने दूसरे से पूछा कि क्या तुमने इंजन बंद किया। जवाब मिला- मैंने नहीं किया। इसके कुछ ही देर बाद विमान मेडिकल कॉलेज की एक बिल्डिंग से टकरा गया। इसमें 280 से अधिक लोग मारे गए। जिनमें 241 यात्री और क्रू मेंबर शामिल थे। विमान में सवार सिर्फ एक शख्स जिंदा बचा।
शुरुआती जांच में पता चला कि उड़ान भरने के कुछ ही सेकेंड बाद दोनों इंजन हवा में ही बंद हो गए। ईंधन कटऑफ स्विच एक के बाद एक केवल एक सेकेंड में RUN से CUTOFF में बदल गए। इंजनों को ईंधन आपूर्ति बंद हो गई थी। कॉकपिट का ऑडियो भी सामने आया है। इसमें एक पायलट ने पूछा कि आपने इंजन बंद क्यों किया? दूसरे ने उत्तर दिया- मैंने नहीं किया। इसके बाद पायलटों ने इंजन चालू करने की कोशिश की। एक इंजन चालू हो गया, लेकिन दूसरा चालू नहीं हो सका।
रिपोर्ट में पता चला है कि ईंधन में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं थी। थ्रस्ट लीवर पूरी तरह से टूट गए थे, लेकिन ब्लैक बॉक्स से पता चला कि टेकऑफ थ्रस्ट उस वक्त चालू था। जो डिस्कनेक्ट होने का संदेश देता है। बता दें कि थ्रस्ट लीवर के जरिए विमान के इंजन की ताकत को कंट्रोल किया जाता है। वहीं, बर्ड हिटिंग की कोई समस्या नहीं थी। आसमान भी पूरी तरह साफ था। दोनों पायलट मेडिकली फिट थे।