एक महिला कर्मचारी को इसलिए नौकरी से हाथ धोना पड़ा, क्योंकि वह अपने समय से पहले ऑफिस पहुंच जाती थी। शिफ्ट शुरू होने से पहले ऑफिस आना बॉस को रास नहीं आया था।
ज्यादातर कर्मचारी देर से आने के लिए डांट खाते हैं, लेकिन स्पेन के एलिकांटे में एक महिला के साथ ठीक इसका उल्टा हुआ। उसे नौकरी से इसलिए निकाल दिया गया क्योंकि वह हमेशा निर्धारित समय से आधा घंटा पहले ऑफिस पहुंच जाती थी। हैरानी की बात यह है कि कोर्ट ने भी कंपनी के फैसले को बरकरार रखा।
महिला एलिकांटे की एक डिलीवरी कंपनी में काम करती थी। उसके कॉन्ट्रैक्ट में साफ लिखा था कि सुबह की शिफ्ट 7:30 बजे शुरू होगी, लेकिन वह रोज 6:45 से 7:00 बजे के बीच ही ऑफिस पहुंच जाती थी। इससे मैनेजमेंट नाराज था क्योंकि उस समय कोई सुपरवाइजर नहीं होता था और कंपनी का मानना था कि वह बिजली, हीटिंग व अन्य संसाधनों का बेवजह इस्तेमाल कर रही थी।
पहली बार 2023 में उसे लिखित चेतावनी दी गई। इसके बाद भी उसने जल्दी आने की आदत नहीं छोड़ी। जनवरी 2025 में मैनेजमेंट ने इसे गंभीर अनुशासनहीनता मानते हुए नौकरी से बर्खास्त कर दिया। कंपनी का तर्क था कि बार-बार चेतावनी के बावजूद नियम तोड़ना भरोसे व वफादारी का उल्लंघन है।
महिला ने एलिकांटे की सोशल कोर्ट में मुकदमा दायर किया। उसका कहना था कि समय से पहले आना तो अच्छी बात है, इसे सजा नहीं दी जा सकती। लेकिन कोर्ट ने कंपनी का साथ दिया। जज ने फैसले में लिखा, 'कंपनी ने बार-बार स्पष्ट निर्देश दिए थे कि निर्धारित समय से पहले न आएं। कर्मचारी ने इन निर्देशों की जानबूझकर अवहेलना की, जिससे नियोक्ता-कर्मचारी के बीच विश्वास और वफादारी का रिश्ता टूट गया।'
अदालत ने स्पष्ट किया कि कर्मचारी का यह व्यवहार सिर्फ जल्दी आने का मामला नहीं, बल्कि आज्ञाकारिता की कमी, अनुशासनहीनता और भरोसा तोड़ना है। इसलिए बर्खास्तगी पूरी तरह वैध और उचित थी। महिला को कोई मुआवजा या नौकरी वापसी नहीं मिली। यह अनोखा मामला दुनियाभर में चर्चा का विषय बन गया है कि क्या वाकई बहुत ज्यादा मेहनती होना भी नौकरी छिनने की वजह बन सकता है?