बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग को लेकर हलचल तेज हो गई है। गुरुवार को मतदान होना है। इस दौरान, 14 मंत्रियों की किस्मत EVM में कैद हो जाएगी
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान कल यानी कि गुरुवार को होना है। इसको लेकर प्रत्याशियों के बीच धुकधुकी तेज हो गई है। इस चरण में बिहार के 121 सीटों पर वोटिंग है। इसमें 3.75 करोड़ से अधिक मतदाता 1314 उम्मीदवारों का भविष्य तय करेंगे।
इस चरण में कई दिग्गजों की किस्मत का फैसला भी मतदाता तय करेंगे, जो चुनावी समर में ताल ठोक रहे हैं। पहले चरण चुनाव में जिन 121 सीटों पर मतदान होना है, उनमें से एनडीए के 121 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, जबकि महागठबंधन के 126 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
पहले चरण में एनडीए की ओर से भाजपा के 48 उम्मीदवार मैदान में हैं। वहीं, जदयू के 57, लोजपा (रामविलास) के 14 और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के दो प्रत्याशियों की किस्मत दांव पर है।
जबकि महागठबंधन की ओर से इस चरण में राजद के 73, कांग्रेस के 24, भाकपा माले के 14, वीआईपी के पांच, माकपा के तीन और भाकपा के पांच सहित इंडियन इंकलाब पार्टी (आईआईपी) के तीन उम्मीदवारों का भविष्य मतदाता तय करेंगे।
पहले चरण के चुनाव में कई दिग्गजों की किस्मत भी दांव पर लगी है। इनमें उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा और तेजस्वी यादव की किस्मत भी गुरुवार को मतदाता तय करेंगे।
बताया गया कि इस चरण में 14 मंत्री भी उम्मीदवार हैं। पहले चरण में मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नालंदा, पटना और भोजपुर जिलों में मतदान होना है।
पहले चरण के मतदान में कई पार्टियों के अध्यक्षों के भी भविष्य तय होंगे। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा महनार से चुनावी मैदान में हैं जबकि रालोमो के अध्यक्ष मदन चौधरी पारू से और आईआईपी के इंद्रजीत प्रसाद गुप्ता सहरसा से चुनावी मैदान में हैं।
इसके अलावा पहले चरण में कई चर्चित चेहरों भी मैदान में हैं। इनमें लोकगायिका मैथिली ठाकुर, खेसारी लाल यादव, पूर्व आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा, सीवान के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा शहाब, परसा से पूर्व सीएम दारोगा राय की पोती करिश्मा राय शामिल हैं।
इस चुनाव में मुख्य मुकाबला नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले एनडीए और तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन के बीच माना जा रहा है। हालांकि कई क्षेत्रों में जन सुराज और एआईएमआईएम के प्रत्याशी भी पूरा जोर लगा रहे हैं।