Bihar News: पशुपति पारस ने कहा मैंने खुद को हमेशा एनडीए का सहयोगी माना है। लेकिन लगता है कि बीजेपी ने मुझे छोड़ दिया है।
Bihar Politics: बिहार में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने है। लेकिन विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) से पहले प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। दरअसल, राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख पशुपति पारस के घर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) और तेज प्रताप यादव पहुंचे और मकर संक्रांति के मौके पर आयोजित भोज में शामिल हुए। इस दौरान लालू प्रसाद ने संकेत दिए कि पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं।
पशुपति पारस ने इस मौके पर कहा कि मैंने खुद को हमेशा एनडीए का सहयोगी माना है। लेकिन लगता है कि बीजेपी ने मुझे छोड़ दिया है। पार्टी अब हमेशा बिहार में पांच घटक दलों की बात करती है। मुझे कभी नहीं गिना जाता। बता दें कि बिहार में एनडीए का नेतृत्व बीजेपी कर रही है। इसमें सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की जेडीयू, चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), जीतनराम मांझी की हिंदुस्तान आवाम मोर्चा और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल है।
वहीं जब लालू प्रसाद यादव से पूछा कि क्या पशुपति पारस को महागठबंधन में लेंगे तो इसका जवाब आरजेडी चीफ ने हां में दिया। लालू प्रसाद यादव के इस बयान के बाद अटकले लगाना तेज हो गई कि क्या पशुपति पारस महागठबंधन में शामिल होंगे।
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख पशुपति पारस ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार को भी भोज में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया था लेकिन वह नहीं आए। इस दौरान पशुपति पारस ने लालू प्रसाद यादव को बड़ा भाई भी बताया है। महागठबंधन में शामिल होने के सवाल पर पशुपति पारस ने कहा कि लालू प्रसाद से मेरा पुराना पारिवारिक रिश्ता है। जहां भी हम मिलते हैं मैं उनका स्वागत करता हूं। वह हमारे सम्मानित नेता हैं और बड़े भाई भी हैं। अभी इस संबंध में कुछ कहना जल्दबाजी होगा।
पशुपति पारस ने भोज में शामिल होने पर लालू प्रसाद यादव का आभार जताया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर बिहार प्रदेश राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी की ओर से दही चुड़ा भोज का आयोजन किया गया जिसमें राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय लालू प्रसाद यादव का हमारे आवास पर आगमन हुआ, उनका स्नेह व आशीर्वाद प्राप्त हुआ।