बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को राज्य का प्रभारी बनाया है। तमिलनाडु में बीजेपी ग्रैंड अलायंस बनाने में जुटी है, लेकिन उसे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
भारतीय जनता पार्टी तमिलनाडु में DMK और सीएम स्टालिन की घेराबंदी शुरू कर दी है। यहां साल 2026 में विधानसभा चुनाव होना है। भाजपा AIADMK के साथ गठबंधन में हैं। पार्टी ने तमिलनाडु में गतिविधियों की देखरेख के लिए तीन केंद्रीय मंत्रियों को नियुक्त किया है। साथ ही, पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को तमिलनाडु का चुनाव प्रभारी बनाया है। गोयल साल 2021 में भी प्रदेश के चुनाव प्रभारी थी।
NDA में AIADMK के गठबंधन में शामिल होने के बाद अन्य छोटी सहयोगी दलों ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया है। बीजेपी की चाहत है कि आगामी विधानसभा चुनाव से पहले वह एकबार फिर से छोटे घटक दलों को अपने साथ जोड़े। इधर, NDA में AIADMK ने खुद को बड़ा साझेदार बताया है।
10 दिसंबर को AIADMK की पार्टी जनरल काउंसिल की मीटिंग में महासचिव एडप्पादी के. पलानीस्वामी (EPS) ने कहा कि हम आगामी चुनाव में NDA का नेतृत्व करेंगे। AIADMK ने BJP को साफ संदेश दिया कि राष्ट्रीय पार्टी अब तमिलनाडु में अपनी मनमानी नहीं कर सकती। बैठक में यह भी साफ किया गया कि वह टी.टी.वी. दिनाकरन, ओ. पन्नीरसेल्वम और वी.के. शशिकला जैसे बागियों को फिर से पार्टी में शामिल नहीं करेगी।
EPS ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में हम अपने दम पर बहुमत लेकर आएंगे। हम DMK की तरह दूसरों पर निर्भर नहीं है। हम अपनी ताकत के बूते सरकार बनाएंगे। उन्होंने दावा किया कि आगामी चुनाव में NDA को 210 सीटें प्राप्त होंगी।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के सामने बड़ी चुनौतियां मुंह बाये खड़ी है। हालांकि, बिहार चुनाव में मिली जीत से पार्टी उत्साह से लबरेज है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संसद के शीताकालीन सत्र के दौरान कहा कि हम साल 2026 में पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में भी सरकार बनाने जा रहे हैं। लेकिन, शाह के बयान के बाद भी तमिलनाडु में NDA अभी तक आगे नहीं बढ़ पाई है।
जयललिता की मौत के बाद AIADMK में बड़ी फूट हुई थी। दिनाकरन और ओ. पन्नीरसेल्वम AIADMK से अलग होकर अपनी-अपनी पार्टी चला रहे हैं। साथ ही, वह किसी भी सूरत में EPS को NDA का सीएम फेस मानने को भी तैयार नहीं दिख रहे हैं। PMK आंतरिक कलह से जूझ रही है। वहीं, प्रेमलता विजयकांत की DMDK ने ऐसे गठबंधन में शामिल होने का फैसला किया है जो ज़्यादा सीटें देगा और राज्यसभा सीट का वादा करेगा। प्रेमलता विजयकांत ने कहा है कि जनवरी 2026 में फैसला लिया जाएगा। वह भी AIADMK से नाराज हैं, क्योंकि EPS ने अपना वादा पूरा नहीं किया था।
तमिलनाडु चुनाव से पहले बीजेपी की कोशिश है कि वह TVK को भी NDA में शामिल कर ले, लेकिन अभिनेता विजय और उनकी पार्टी तमिलगा वेट्री कज़गम ने NDA में शामिल होने की बात से इनकार किया है। उन्होंने समय-समय पर यह बात दोहराई है कि वह BJP के साथ गठबंधन नहीं करेंगे।
वहीं, बीजेपी चुनाव से पहले यह भी नहीं चाहती है कि AIADMK एकबार फिर गठबंधन तोड़कर अलग हो जाए। EPS विजय के साथ गठबंधन न कर लें। कहा जा रहा है कि EPS को बड़ा झटका तब लगा जब करूर भगदड़ के बाद थलपति विजय DMK के निशाने पर आए गए और अभिनेता को चारों तरफ से आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।
पीयूष गोयल 22 दिसंबर को तमिलनाडु जाने वाले हैं। वह प्रदेश बीजेपी नेताओं के साथ-साथ AIADMK लीडरशिप के साथ भी बैठक करेंगे। बीजेपी हाईकमान नहीं चाहती कि AIADMK के साथ उसका गठबंधन टूटे, क्योंकि ऐसा होने पर उसे सिंगल चुनाव में सिंगल डिजिट तक पहुंचने में भी जद्दोजहद करना होगा। वहीं 2021 में पीयूष गोयल ने ही एक मजबूत गठबंधन बनाया था, जिससे NDA 70 से ज़्यादा विधायकों के साथ विपक्ष में बैठ गई थी।