Karnataka Congress Internal Fight: कर्नाटक में सियासी उथल-पुथल जारी है। इसी बीच बीजेपी नेता व पूर्व मंत्री ने हाईकमान को इस मामले पर जरूरी सलाह दी है। जानिए क्या है वह सलाह...
Karnataka Congress Internal Fight: कर्नाटक कांग्रेस में जारी कलह के बीच भाजपा (BJP) पूरी तरह सतर्कता बरत रही है। भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री रमेश जारकिहोली ने कहा कि भाजपा को कांग्रेस की सरकार गिराने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता व राज्य के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार अपने विधायकों के साथ भाजपा में आते हैं तो उन्हें अन्य विकल्प तलाशने होंगे।
जारकिहोली ने कहा कि ऐसी स्थिति की संभावनाएं नहीं हैं, अगर ऐसा होता है तो मैं उन्हें अपने नेता के तौर पर स्वीकार नहीं कर पाऊंगा। यह इस जीवन में तो संभव नहीं है। अगर शिवकुमार भाजपा में आते हैं, तो मुझे अन्य राजनीतिक विकल्पों की ओर देखना होगा। इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि शिवकुमार के पास कांग्रेस विधायकों का समर्थन है। अगर ऐसा होता तो वह पहले ही सीएम बन गए होते।
रमेश ने कहा कि यह मेरा निजी विचार है। मैंने हाईकमान को इस बारे में अवगत करा दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेतृत्व को कर्नाटक कांग्रेस में जारी उथल-पुथल को लेकर न्यूट्रल रहने की जरूरत है। कांग्रेस में पावर शेयरिंक को लेकर कंफ्यूजन की स्थिति है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक कांग्रेस में कुछ नेता सीएम को हटाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि वह पद हासिल कर सकें। उन्होंने हाईकमान को राय दी है कि वो जो चाहते हैं, उन्हें करने दीजिए। हमने अगले चुनावों का इंतजार करना चाहिए और पूर्ण बहुमत के साथ आना चाहिए।
पूर्व मंत्री रमेश जारकिहोली ने कहा कि कांग्रेस के पास अभी जनादेश है। उन्हें उनका कार्यकाल पूरा करने देना चाहिए। बार-बार कर्नाटक में चुनाव होना, राज्य के लिए अच्छा नहीं है। कांग्रेस सरकार जन विरोधी है और अगर अगले ढाई साल सरकार में रही, तो लोगों की नाराजगी का सामना करेगा। इसके बाद लोग स्वभाविक रूप से भाजपा को चुनेंगे।
इधर, डीके शिवकुमार के खेमे के विधायकों का एक समूह दिल्ली में डेरा डाले हुए है। कम से कम छह विधायक रविवार रात राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली पहुंचे हैं। शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनाने की मांग को लेकर जल्द ही कुछ और विधायकों के दिल्ली जाने की संभावना है। वहीं, कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि हम आलाकमान के फैसले का सम्मान करेंगे।
दूसरी तरफ, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तक कई पत्र पहुंचे हैं। जिसमें कर्नाटक कांग्रेस के पदाधिकारियों, पूर्व विधायकों, पत्रकारों, बुद्धिजीवियों, सोशल एक्टिविस्ट और नागरिकों समेत असरदार आवाजों ने खरगे को सीएम बनाने की अपील की है।