झारखंड के गिरिडीह जिले के एक 27 वर्षीय एक व्यक्ति की सऊदी अरब में पुलिस की गोली लगने से मौत हो गई है। मरने से पहले उसने अपनी पत्नी को अंतिम संदेश भेजा है।
झारखंड के गिरिडीह जिले के डुमरी प्रखंड के मधगोपाकेली के दुधपनिया गांव के प्रवासी मजदूर 35 वर्षीय विजय कुमार महतो की सऊदी अरब में संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। इस घटना से पूरे इलाके में शोक की लहर छा गई। बताया जा रहा है कि सऊदी पुलिस की गोली लगने से विजय की जान गई है। विजय कुमार महतो सऊदी अरब की हुंडई इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन कंपनी में कार्यरत थे।
यह घटना 24 अक्टूबर की बताई जा रही है। वह कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी के आदेश पर कार्यस्थल पर सामान लेने गए थे। उसी समय स्थानीय पुलिस ने एक ऑपरेशन शुरू कर दिया और चारों तरफ गोलियों की बारिश होने लगी। इस दौरान पुलिस की एक गोली गलती से विजय को आग लग गई। इसके बाद तुरंत उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बाद में उसकी मौत हो गई।
अपनी पत्नी को भेजे अंतिम वॉइस नोट में महतो ने बताया कि गोली किसी और के लिए थी, लेकिन उनको लग गई। उनके बहनोई राम प्रसाद महतो ने कहा कि मरने से पहले उन्होंने कोरथा में अपनी पत्नी को एक वॉइस नोट भेजा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि गोली किसी और के लिए थी और वह मदद की गुहार लगा रहे हैं।
घटना के बाद स्थानीय विधायक जयराम कुमार महतो ने भारतीय दूतावास और झारखंड के राज्यपाल को पत्र लिखकर विजय कुमार महतो की मौत की निष्पक्ष जांच की मांग की। झारखंड राज्य प्रवासी नियंत्रण प्रकोष्ठ की प्रमुख शिखा लाकड़ा ने पुष्टि की है कि सरकार को डुमरी विधायक की ओर से शिकायत मिली है। उन्होंने कहा, उनके शव को वापस लाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मामले को जांच और स्वदेश वापसी के लिए प्रवासी संरक्षक (रांची) और रियाद स्थित भारतीय दूतावास को भेज दिया गया है।
हालांकि, विजय कुमार महतो के परिवार ने तब तक प्रत्यावर्तन प्रक्रिया को आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया है जब तक हुंडई इंजीनियरिंग मुआवजे का लिखित आश्वासन नहीं देती। विजय कुमार महतो के परिवार में उनकी पत्नी, पांच और तीन साल के दो छोटे बेटे और माता-पिता हैं।