चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया बीआर गवई पर सुप्रीम कोर्ट में एक सुनवाई के दौरान एक वकील ने जूता फेंकने की कोशिश की। समय रहते सुरक्षाकर्मीयों ने वकील को पकड़ लिया और उसे कोर्ट से बाहर निकाल दिया। इस दौरान वकील ने कहा कि, सनातन का अपमान नहीं सहेंगे।
देश के सर्वोच्च न्यायालय से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां एक मामले की सुनवाई के दौरान एक वकील ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया बीआर गवई पर हमला करने की कोशिश की है। खबरों की मानें तो यह मामला सीजेआई की हाल ही में भगवान विष्णु की मूर्ती को लेकर की गई टिप्पणी से जुड़ा है। इसी टिप्पणी के विरोध में किशोर राकेश नामक वकील ने सीजेआई पर हमला कर दिया। वह बहस के दौरान मंच के पास गया और उसने जूता निकाल कर सीजेआई पर फेंकने की कोशिश की। हालांकि वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे सीजेआई पर हमला करने से पहले ही रोक लिया और कोर्ट से बाहर कर दिया। बाहर निकाले जाते समय वकील ने जोर जोर से, सनातन का अपमान नहीं सहेंगे जैसे नारे लगाए।
इस घटना के बाद न्यायालय मं हड़कंप मच गया। हालांकि सीजेआई ने इस घटना के बाद वहां मौजूद लोगों से शांती बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि उन्हें इस तरह की चीजों से कोई फर्क नहीं पड़ता है। हमलावर वकील को कोर्ट से बाहर ले जाने के बाद सीजेआई ने कोर्ट में मौजूद वकीलों से अपनी दलीलें जारी रखने को कहा। सीजेआई ने आगे कहा, इस सब से विचलित न हों, हम भी विचलित नहीं है क्योंकि इस तरह की बातें मुझे प्रभावित नहीं करतीं है। वहीं घटना के बाद जूता फेंकने की कोशिश करने वाले वकील को हिरासत में ले लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है।
दरअसल कुछ समय पहले सुप्रीम कोर्ट में मध्य प्रदेश के खजुराहो में भगवान विष्णु की 7 फुट ऊंची सिर कटी मूर्ति की पुनर्स्थापना करने को लेकर एक याचिका दायर की गई थी। लेकिन सीजेआई ने इस मामले को खारिज करते हुए याचिकाकर्ता से कहा था कि, जाओ और देवता से ही कुछ करने के लिए कहो। तुम कहते हो कि तुम भगवान विष्णु के कट्टर भक्त हो, तो जाओ और अभी प्रार्थना करो। यह एक पुरातात्विक स्थल है और एएसआई को अनुमति आदि देने की आवश्यकता है, क्षमा करें।
सीजेआई की इस टिप्पणी को लेकर देश भर में काफी विवाद हुआ था। हिंदू संगठनो ने इसे अपने देवी देवताओं का अपमान बताते हुए इसका कड़ा विरोध किया था। हालांकि विवाद बढ़ने के बाद सीजेआई ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा था कि, सोशल मीडिया पर उनकी टिप्पणी को गलत तरीके से पेश किया गया है और वह सभी धर्मों का सम्मान करते है। खबरों की मानें तो आज सीजेआई पर हुआ हमला भी इसी टिप्पणी के विरोध में किया गया है। हमलावर वकील सीजेआई की भगवान विष्णु को लेकर की गई इस टिप्पणी से नाराज था और इसी के विरोध में उसने सीजेआई गवई पर हमला कर दिया।