Delhi Blast Case: दिल्ली के लाल किला ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार डॉक्टर शाहीन सईद के पासपोर्ट के तीन अलग-अलग पते और समय से पहले रिन्यू कराने की गतिविधियां जांच के दायरे में हैं। एजेंसियों को शक है कि ये बदलाव आतंकी नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं।
Red Fort Blast: दिल्ली के लाल किला ब्लास्ट मॉड्यूल की जांच में गिरफ्तार डॉक्टर शाहीन सईद के पासपोर्ट से जुड़े कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। जांच एजेंसियों के अनुसार, 1996 से अब तक शाहीन के कुल तीन पासपोर्ट बने, और हर बार उसका पता अलग-अलग दर्ज किया गया। पते में लगातार बदलाव और पासपोर्ट की एक्सपायरी से पहले ही रिन्यू कराने पर अब एजेंसियां गहन जांच कर रही हैं। दिल्ली पुलिस और NIA की संयुक्त टीम को शक है कि ये बदलाव आतंकी नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं।
जांच अधिकारियों का कहना है कि पढ़ाई में अव्वल और सामान्य जीवन जीने वाली शाहीन विदेशी नौकरी के दौरान आतंकी नेटवर्क के लोगों से जुड़ीं। उनके पहनावे-व्यवहार में बदलाव, ऑनलाइन गतिविधियां और विदेशी संपर्क अब स्कैनर पर हैं। एजेंसियां यह भी पता लगा रही हैं कि क्या इस दौरान वह पाकिस्तान गई थीं।
तीसरे पासपोर्ट की वैधता 2026 तक थी, लेकिन शाहीन ने मार्च 2025 में ही इसे रिन्यू करा लिया। रिन्यूअल में फिर पता बदला:
वर्तमान पता: फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी।
स्थायी पता: लखनऊ में परवेज अंसारी (भाई) का घर।
रिन्यू पासपोर्ट में पिता की जगह भाई परवेज का नाम दर्ज कराया गया। लगातार बदलते पते और परिजनों के नाम में फेरबदल को एजेंसियां बेहद संदिग्ध मान रही हैं।